टेस्ट क्रिकेट में टीमों की हार और जीत का फैसला कई बार टॉस के नतीजे पर ही मालूम हो जाता है। खबरों के अनुसार आईसीसी टेस्ट क्रिकेट में टॉस को इतिहास का हिस्सा बना सकती है। 2019 में होने वाली वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में टॉस समाप्त करने की योजना पर विचार हो सकता है। इस महीने मुंबई में होने वाली क्रिकेट कमेटी की मीटिंग में इस फैसले पर आईसीसी मोहर लगा सकती है। ऐसा माना जाता रहा है कि टेस्ट क्रिकेट में घरेलू टीम के लिए पिच मददगार रहती है और मेहमान टीम को टॉस हारने के बाद नुकसान होता है। क्रिकेट कमेटी के कुछ सदस्य टॉस को समाप्त करने के पक्ष में है। ऐसी भी खबरें है कि टॉस समाप्त होने के बाद मेहमान टीम को गेंदबाजी या बल्लेबाजी चुनने का विकल्प दिया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि घरेलू टीम को मेहमान टीम के फैसले पर ही निर्भर रहना होगा। आईसीसी क्रिकेट कमेटी की मीटिंग 28 और 29 मई को मुंबई में आयोजित होगी और इस बारे में चर्चा के बाद ही कुछ तय किया जाएगा। इंग्लिश काउंटी चैम्पियनशिप में 2016 से ऐसा प्रावधान किया गया है जहां विजिटिंग टीम के कप्तान गेंदबाजी करने का निर्णय ले सकते हैं। कमेटी में अनिल कुंबले एंड्रू स्ट्रॉस, महेला जयवर्धने, राहुल द्रविड़, टिम मै, न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी डेविड वाईट, अम्पायर रिचर्ड केटलब्रो, आईसीसी मैच रेफरी रंजन मदुगले, शॉन पोलक और क्लैर कॉनर शामिल हैं। इसके अलावा एक वर्तमान अंतरराष्ट्रीय कोच भी इसमें शामिल रहेगा। डैरेन लेहमन के इस्तीफे के बाद यह पद अभी खाली है। टेस्ट चैम्पियनशिप 2019 से 2021 तक चलेगी और 9 टीमें इसमें भाग लेगी तथा 27 द्विपक्षीय सीरीज इस दौरान खेली जाएगी। इसके बाद 1 टीम विजेता होगी। फाइनल मुकाबला 10 जून 2021 में शुरू होगा। टॉस को टेस्ट क्रिकेट में खत्म करने पर इस प्रारूप में एक ऐतिहासिक फैसला होगा और मैचों में निकलने वाले नतीजे भी दिलचस्प होंगे।