त्रिकोणीय श्रृंखला: तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में बांग्लादेश ने श्रीलंका को रिकॉर्ड 163 रनों से हराया

Rahul

बांग्लादेश में आयोजित त्रिकोणीय श्रृंखला का तीसरा एकदिवसीय मुकाबला आज शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में मेजबान बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेला गया। इस मुकाबले को बांग्लादेश ने एकतरफा 163 रन से जीत लिया। बांग्लादेश की यह रनों के मामले में वनडे फॉर्मेट में अभी तक की सबसे बड़ी जीत है। बांग्लादेश की तरफ से सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने 84 रनों की पारी खेली और शाकिब अल हसन ने 3 विकेट प्राप्त करते हुए 67 रनों का भी अहम योगदान दिया। शाकिब को ऑलराउंड प्रदर्शन की बदौलत 'मैन ऑफ़ द मैच' चुना गया। टॉस जीत कर बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और सलामी बल्लेबाजों ने टीम को मजबूत शुरुआत दी। अनामुल हक़ और तमीम इक़बाल ने पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़े, जिसमें अनामुल हक़ ने 37 गेंदों पर 35 रन बनाये। इसके बाद तमीम इक़बाल और शाकिब अल हसन के बीच दूसरे विकेट के लिए 99 रनों की साझेदारी हुई और इस दौरान तमीम इक़बाल ने 84 रनों की शानदार पारी खेली। शाकिब अल हसन ( 67 रन ) और मुशफिकुर रहीम ( 62 रन ) ने भी अर्धशतक लगाते हुए टीम के स्कोर को 320 रनों पर पहुंचा दिया। श्रीलंका की तरफ से थिसारा परेरा ने सबसे ज्यादा 3 विकेट प्राप्त किये। बांग्लादेश के 320 रनों के जवाब में श्रीलंका की शुरुआत खराब रही और पहले 10 ओवर में टीम ने 50 रनों के अन्दर 2 विकेट गवां दिए। उसके बाद बांग्लादेश ने शानदार गेंदबाजी करते हुए श्रीलंका के एक बाद एक विकेट गिराकर पूरी टीम को 157 रनों पर समेट दिया। श्रीलंका की तरफ से थिसारा परेरा ने छोटी व ताबड़तोड़ 14 गेंदों पर 29 रनों पारी खेली, जिसमें 3 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। बांग्लादेश के तरफ से शाकिब अल हसन के अलावा कप्तान मशरफे मोर्तजा ने 2 विकेट हासिल किये। त्रिकोणीय श्रृंखला में श्रीलंकाई टीम की यह लगातार दूसरी हार है और बांग्लादेश ने इस सीरीज में दो जीत हासिल करते हुए अंक तालिका में पहला स्थान प्राप्त कर लिया है। सीरीज का अगला मुकाबला 21 जनवरी को श्रीलंका और ज़िम्बाब्वे के बीच खेला जायेगा, जो श्रीलंकाई टीम के लिए सीरीज में करो या मरो का मुकाबल साबित होगा। संक्षिप्त स्कोरकार्ड: बांग्लादेश: 320/7 ( तमीम इक़बाल 84, शाकिब अल हसन 67, थिसारा परेरा 3/60 ) श्रीलंका: 157/10 ( थिसारा परेरा 29, दिनेश चंडीमल 28, शाकिब अल हसन 3/47 )