त्रिकोणीय श्रृंखला: पांचवें मैच में बांग्लादेश ने ज़िम्बाब्वे को 91 रनों से हराया

मीरपुर में खेले जा रहे त्रिकोणीय श्रृंखला के पांचवें मैच में आज बांग्लादेश ने ज़िम्बाब्वे को 91 रनों से हरा दिया। इस हार से ज़िम्बाब्वे के फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को झटका लगा है और अब अगले मैच में अगर श्रीलंका ने बांग्लादेश को हरा दिया, तो फाइनल में उनका सामना बांग्लादेश से ही होगा। बांग्लादेश ने सीरीज में लगातार तीसरी बार एकतरफा जीत हासिल की। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 216/9 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में ज़िम्बाब्वे की पूरी टीम महज़ 125 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। तमीम इकबाल ने लगातार तीसरे मैच में अर्धशतक लगाया और उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। इसके अलावा पिछले दो मैच में मैन ऑफ़ द मैच रहे शाकिब अल हसन ने एक बार फिर बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया और तमीम इकबाल (76) ने एक बार फिर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। दूसरे विकेट के लिए उन्होंने शाकिब (51) के साथ 106 रन जोड़े, लेकिन उसके बाद ज़िम्बाब्वे ने बढ़िया वापसी की और बांग्लादेश को 216/9 के स्कोर पर ही रोक दिया। कप्तान ग्रीम क्रीमर ने चार और काइल जार्विस ने तीन विकेट लिए। तमीम इकबाल ने एक ग्राउंड पर सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में सनथ जयसूर्या (2514 रन, आर प्रेमदासा, कोलंबो) के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा। तमीम ने शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम, मीरपुर में 74 मैचों में 2549 रन बना लिए हैं। जवाब में बांग्लादेश की शानदार गेंदबाजी के आगे मेहमान टीम 36.3 ओवरों में सिर्फ 125 रन बनाकर ढेर हो गई। सिकंदर रज़ा ने 39 और ग्रीम क्रीमर ने 23 रन बनाये, लेकिन बाकी के बल्लेबाज फ्लॉप रहे। बांग्लादेश की तरफ से शाकिब अल हसन ने तीन, कप्तान मशरफे मोर्तज़ा, सुन्ज़ामुल इस्लाम और मुस्ताफिजुर रहमान ने दो-दो विकेट लिए। सीरीज का छठा मैच 25 जनवरी को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेला जाएगा और उसी मैच से फाइनल में खेलने वाली दूसरी टीम का फैसला होगा। फाइनल मुकाबला 27 जनवरी को मीरपुर में ही खेला जाएगा। आज बुरी तरह हारने के कारण ज़िम्बाब्वे का नेट रन रेट काफी खराब हो गया है और उनके फाइनल में जाने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। संक्षिप्त स्कोरकार्ड: बांग्लादेश: 216/9 (तमीम इकबाल 76, शाकिब अल हसन 51, ग्रीम क्रीमर 4/32) ज़िम्बाब्वे: 125 (सिकंदर रज़ा 39, शाकिब अल हसन 3/34)