(दिल्ली के एक बार फिर क्रिस मॉरिस को ज्यादा गेंद खेलने का मौका नहीं दिया, पता नहीं उनका कॉमन सेंस कहाँ है)
(बढ़िया शुरुआत के बाद खराब स्कोर, दिल्ली की टीम बिलकुल अपने मुख्यमंत्री की तरह है, वादे ज्यादा और काम कम)
(अगर मैंने आईपीएल का टिकट खरीदा और मेरी सीट वोडाफ़ोन फैन आर्मी के साथ हो तो मुझे मेरे पैसे वापस चाहिए)
(सुनील नारेन वहां 2 साल लेट थे, रबाडा का कमाल)
(अगर चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अब गौतम गंभीर का चयन नहीं होता है, तो फिर भारतीय क्रिकेट के लिए ये शर्म की बात है)
(केकेआर के मालिक विदेशों में भारत को बढ़ावा दे रहे हैं और उनकी टीम यहाँ दूसरी टीमों को आसानी से हरा रही है)
(गौतम गंभीर ने अपने अवॉर्ड के पैसे सीआरपीएफ के जवानों के परिवारों को दान कर दिया, हमें आप पर गर्व है)
(केकेआर की जीत हमेशा शानदार रहती है और आज भी कुछ अलग नहीं था)
(गौतम गंभीर ने की बड़ी घोषणा - अवॉर्ड में जीते गए सारे पैसे सीआरपीएफ जवानों को जाएगा)
(गौतम गंभीर से आप नफरत नहीं कर सकते, उनके जैसे राष्ट्रवादी की तारीफ़ करनी चाहिए)
(गंभीर की तरह कुछ और क्रिकेटर भी अन्धविश्वास के नाम पर दान करना शुरू कर दें)
(जब आप झाड़ू के सहारे एक मरी हुई छिपकली को डस्टबिन में डालने का प्रयास करते हैं)
(दिल्ली डेयरडेविल्स का बढ़िया काम जारी है, अच्छे स्थिति से मैच गंवाना उनकी आदत हो गई है)