बीसीसीआई की राष्ट्रीय चयन समिति के दो सदस्य हटाये जा सकते हैं

भारतीय क्रिकेट की राष्ट्रीय चयन समिति के दो सदस्यों को पैनल से बाहर होना पड़ सकता है। गगन खोड़ा और जतिन परांजपे वे नाम हैं, जिन्हें बीसीसीआई की चयन समिति से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को लोढ़ा समिति की सिफ़ारिशों को लागू कराने के लिए पूरा मामला अपने हाथ में लिया था, इसके बाद बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को बीसीसीआई में उनके पदों से अपदस्त कर दिया था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के वर्तमान चयन पैनल में एमएसके प्रसाद, देवांग गांधी और शरणदीप सिंह के साथ गगन खोड़ा और जतिन परांजपे है। खोड़ा और जतिन पर कोर्ट की कुल्हाड़ी चल सकती है क्योंकि ये दोनों लोढ़ा समिति की सिफ़ारिशों के अनुरूप अपने पदों पर फिट होते नजर नहीं आ रहे हैं। लोढ़ा समिति की सिफ़ारिशों के अनुसार सीनियर चयन समिति में तीन सदस्यों की टीम होनी चाहिए और तीनों सदस्य पूर्व टेस्ट खिलाड़ी होने चाहिए। गगन खोड़ा ने भारत के लिए दो वन-डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में शिरकत की है, वहीं जतिन परांजपे ने सिर्फ चार एकदिवसीय मैच खेले हैं। बीसीसीआई और लोढ़ा कमेटी मामले पर सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान लेने से पहले बोर्ड ने सितंबर 2016 में ही चयन समिति में बदलाव किया था। एमके प्रसाद, देवांग गांधी और शरणदीप सिंह तीनों टेस्ट खिलाड़ी रह चुके हैं, और इंग्लैंड के खिलाफ वन-डे और टी20 सीरीज के लिए टीम का चयन कर सकते हैं। टीम चयन के लिए मीटिंग 5 जनवरी को बेंगलुरु में होगी। अनुराग ठाकुर और अजय शिर्के को बोर्ड से बर्खास्त करने से पहले सुप्रीम कोर्ट ने लोढ़ा कमेटी की सिफ़ारिशें लागू करने के लिए पर्याप्त समय दिया था, लेकिन इन नियमों को एकरूपता से लागू नहीं करने के कारण कोर्ट ने मामले पर गंभीरता दिखाते हुए खुद का हस्तक्षेप उचित समझा। फिलहाल बीसीसीआई ने नए या अन्तरिम अध्यक्ष की घोषणा नहीं की है, इसके लिए लोढ़ा समिति के सुझाए गए योग्यता मापदंडों को ध्यान में रखना जरूरी है।

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