भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने वनडे क्रिकेट में दो नई गेंद के नियम की आलोचना की थी। उमेश यादव ने कहा कि दो नई गेंद के इस्तेमाल से रिवर्स स्विंग बिल्कुल भी नहीं मिलती है और इससे डेथ ओवरो में गेंदबाजी करना काफी मुश्किल हो जाता है। उमेश यादव ने कहा कि अगर डेथ ओवरों में गेंद मूव नहीं कर रही है तो इस दबाव से निपटना काफी मुश्किल होता है विशेषकर जब विकेट सपाट हो। आजकल हमने देखा है कि विकेट काफी सपाट होते हैं और इंग्लैंड में वे अब नियमित तौर पर इस तरह के विकेटों पर खेलते हैं। वह 480 रन बना रहे हैं तो निश्चित तौर पर गेंदबाजों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण स्थिति है। उमेश यादव ने आगे कहा कि दो नई गेंद के कारण तेज गेंदबाजों के लिए रनों पर अंकुश लगाना मुश्किल हो गया है। अगर एक ही गेंद होती है तो यह लगातार पुरानी होती रहती है और आप इसे रिवर्स स्विंग करा सकते हैं। दो गेंद के साथ रिवर्स स्विंग एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अब मुश्किल नजर आती है, यह तेज गेंदबाजों के लिए मुश्किल है विशेषकर तब जब गेंदबाज सही लेंथ से गेंदबाजी नहीं कर पाए या यॉर्कर सही से नहीं फेंक पाएं। गौरतलब है आईसीसी ने वनडे क्रिकेट में दो नई गेंद के नियम को साल 2011 में लागू किया था। पहले सचिन तेंदुलकर ने इस नियम की निंदा की और अब उमेश यादव ने भी उनका समर्थन किया है। उमेश यादव एक तेज गेंदबाज हैं, इसीलिए उन्हें पता है कि नई गेंद के साथ अंतिम के ओवरों में गेंदबाजी कितनी मुश्किल होती है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनका मानना है कि एक गेंदबाज का काम विकेट निकालना होता है फिर चाहे वो कैसी पिच या गेंद हो।