दो टीम मालिकों ने इंग्लैंड में आईपीएल की नीलामी कराए जाने का सुझाव दिया

आईपीएल के 11वें सीजन की नीलामी और खिलाड़ियों को बरकरार रखने की संख्या के फैसले के ऊपर माथापच्ची जारी है। मुंबई में हुई बीसीसीआई की एक मीटिंग में दो टीम मालिकों ने आईपीएल 2018 के लिए नीलामी इंग्लैंड में कराए जाने का सुझाव दिया, हालांकि बाकी टीम मालिकों ने इसे नकार दिया। नाम ना छापने की शर्त पर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि इस बारे में बैठक में चर्चा हुई कि क्या हम इस बार की नीलामी विदेश में करा सकते हैं। कुछ फ्रेंजाइजी ने इंग्लैंड में नीलामी कराए जाने का सुझाव दिया, उनका मानना था कि इस बार की नीलामी काफी बड़ी होने वाली है और काफी सारे खिलाड़ियों के लिए बोली लगेगी इसलिए इसे विदेश में कराया जाए। हालांकि ज्यादातर फ्रेंजाइजी ने भारत में ही नीलामी का समर्थन किया। बैठक में राजस्थान रॉयल्स ने रिटेशन पॉलिसी और राइट टू मैच को लेकर अपने सुझाव रखे, वहीं किंग्स इलेवन पंजाब की फ्रेंचाइजी ने 2 खिलाड़ियों को बरकरार रखने की पॉलिसी का समर्थन किया। जबकि ज्यादातर टीमें चाहती हैं कि 3 से 5 के बीच में खिलाड़ियों को रिटेन करने की छूट दी जाए। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सदस्यों से टीम फ्रेंचाइजी की काफी देर तक बातचीत हुई। अधिकारी ने बताया कि बैठक काफी सकारात्मक रही। दिल्ली डेयरडेविल्स के मालिक जीएम राव, मुंबई इंडियंस के आकाश अंबानी, कोलकाता नाइट राइडर्स के शाहरुख खान और जय मेहता, किंग्स इलेवन पंजाब के मोहित बर्मन और नेस वाडिया मीटिंग में मौजूद थे। वहीं राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व मनोज बडाले और चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से जॉन जॉर्ज शामिल हुए। हालांकि आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने मीटिंग में हुई चर्चा का खुलासा नहीं किया। उन्होंने कहा कि बैठक काफी अच्छे तरीके से हुई। आईपीएल के 10 साल हो चुके हैं, इसलिए सभी टीम मालिकों को बुलाकर उनकी राय ली गई। बैठक में खिलाड़ियों को बरकरार रखने की पॉलिसी, सैलरी कैप, एक टीम में कितने खिलाड़ी हों समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। ज्यादातर टीम मालिक चाहते हैं कि खिलाड़ियों को रिटेन करने की नीति लागू हो।