भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज उमेश यादव ने अपनी सफलता के लिए पूर्व भारतीय दिग्गज ज़हीर खान को धन्यवाद कहा है। उमेश के अनुसार ज़हीर ने उन्हें मुश्किल समय में ऐसे सलाह दिए जिससे उन्हें प्रेरणा मिली। यादव उन गेंदबाजों में से है जिसने सफलता के तरफ तेजी से कदम बढ़ाया है और अपनी तेज़ गति की गेंदबाजी से सभी को प्रभावित करते आये हैं। उमेश यादव की सबसे बड़ी परेशानी उनका नियमित अन्तराल पर चोटिल होना रहा है, जिससे उन्हें टीम से भी बाहर बैठना पड़ा है। उमेश का मानना है कि उन्होंने अपने करियर में जो सफलता प्राप्त की है उसमें ज़हीर के सुझावों का बहुत बड़ा हाथ है। यादव ने कहा "मैं लगातार अपनी गलतियों से सीख रहा हूँ। आप जब युवा होते हैं तो गलतियाँ करते ही हैं। ज़हीर भाई ने एक बात कही थी, जब आप एक जूनियर होते हैं और टीम में नये आते हैं तो आप अपनी गलतियों से तेज़ी से सीखते हैं। आप जितनी तेज़ी से सीखेंगे आपके लिए उतना ही अच्छा रहेगा और मैं यही कोशिश करता हूं।" उमेश ने यह भी साफ कर दिया कि यह अपनी गति के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अपनी तेज़ गति की वजह से ही मैं यहाँ तक पहुँच पाया हूँ। यही मेरा हथियार है और इसी ने मुझे पहचान दी है। अब मैं गति के साथ स्विंग और लाइन-लेंथ पर काम कर रहा हूँ, जो सफल भी हो रहा है। वर्तमान में उमेश यादव भारतीय टीम से सबसे उभरते सितारे में से एक हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह उनकी गति ही है। वेस्टइंडीज के खिलाफ समाप्त हुए एकदिवसीय सीरीज में भी उमेश में काफी अच्छी गेंदबाजी की और 7 विकेट झटके। अंतिम मैच में अहम मौके पर लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लेकर उमेश ने मैच भारत के पक्ष में मोड़ दिया था। 29 वर्षीय इस गेंदबाज को पता हो गया है कि वो गेंदबाजी के दौरान कहाँ गलतियाँ कर रहे हैं और वह वहां और मेहनत कर अपनी गेंदबाजी को और धारदार बनाने में लगे हुए हैं।