भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) में एक्सप्रेस गति वाले फास्ट बॉलर्स ज्यादा नहीं हुए हैं, लेकिन इस वक्त उमरान मलिक (Umran Malik) के रूप में भारत को एक ऐसा सुपर फास्ट बॉलर मिला है, जो दुनिया में सबसे तेज गेंद डालने का रिकॉर्ड भी बना सकता है।
भारतीय टीम के इस तेज गेंदबाज ने अभी तक अपनी गति से अलग ही छाप छोड़ी है लेकिन वह थोड़े महंगे भी साबित हुए हैं और कुछ लोगों ने इस चीज पर सवाल भी खड़े किये हैं। इसके बारे में बात करते हुए खुद उमरान मलिक ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उमरान मलिक ने अभी तक 7 वनडे मैचों में 6.31 के इकॉनमी रेट से 12 विकेट लिए हैं। वहीं, 6 टी-20 मैचों में उमरान ने 10.9 के इकॉनमी रेट से 9 विकेट लिए हैं। अभी तक खेले गए कुल 13 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उमरान ने काफी तेज गति से रन दिए हैं, और इसी वजह से कुछ लोग उनकी आलोचना भी कर रहे हैं।
उमरान मलिक ने दिया करार जवाब
अब उमरान ने खुद अपने आलोचकों को जवाब दिया है। श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे मैच के शुरू होने से पहले ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए उमरान मलिक ने कहा,
आपको लगातार फास्ट बॉलिंग करने के लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत रहना पड़ता है। मैं अपनी टीम के लिए बीच के ओवर्स में तेज गेंदबाजी करता हूं और विकेट लेता हूं। जब मैं तेज गेंदबाजी करुंगा तब मैं रन भी खाऊंगा, तो लोगों को कहने दीजिए, जो वह कहना चाहते हैं। मैं केवल अच्छी लय के साथ अच्छी गेंदबाजी करना चाहता हूं और जब भी मैं टीम के साथ होता हूं तो कड़ी मेहनत करता हूं। हम अपनी योजनाओं पर कायम रहेंगे।
उमरान मलिक की ज्यादातर गेंदें 145 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के आसपास होती हैं। ऐसे में बहुत सारे बल्लेबाज उनकी गति का इस्तेमाल करके गेंद को बाउंड्री लाइन के बाहर भेज देते हैं।
हालांकि, उन्होंने अपने एक अन्य इंटरव्यू में कहा था कि वह अपनी लाइन, लेंथ को बेहतर करने और सटीक यॉर्कर गेंद करने का अभ्यास कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर उमरान मलिक सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के भी सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज बन सकते हैं।