बल्लेबाज के आउट होने के जितने भी तरीके हैं उनमें बल्लेबाज की थोड़ी बहुत भूमिका जरूर रहती है। गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर कैच थमा देना इसका एक उदाहरण मात्र है। लेकिन वो तरीका जिसमें बल्लेबाज की भूमिका ही सबसे ज्यादा होती है वो है स्टम्पिंग। जब बल्लेबाज शॉट खेलने के लिए आगे बढ़ता है और गेंद उसके बल्ले पर नहीं आती है, तब विकेटकीपर स्टंप्स को बिखेर कर बल्लेबाज को आउट कर देता है। हालांकि इसके लिए विकेटकीपर का सतर्क होना बेहद जरूरी है जिससे वो मौके का फायदा उठा सके। साथ ही इस जिम्मेदारी के लिए विकेटकीपर का तेज-तर्रार होना भी जरूरी है। क्रिकेट इतिहास में अनेकों ऐसे स्टम्प आउट देखने को मिले हैं जब विकेटकीपर ने अपनी फुर्ती से ऐसे-ऐसे स्टंप आउट किए जहां पर बेहद कम ही मौके थे। ऐसे मौकों में बल्लेबाज का शॉट खेलने के बाद पैर हवा में रह जाना कुछ ऐसे भी मौके रहे जब बल्लेबाज शॉट खेलने के बाद क्रीज़ में लौट ही रहा था तभी विकेटकीपर ने विकेटों को बिखेरकर बाज़ी मार ली।