अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक क्रिकेटर को बड़ी भूमिका निभाने के लिए यह जरूरी है कि वह घरेलू स्तर और अंडर- 19 विश्व कप जैसे वैश्विक प्रतियोगिताओं में निरंतरता बनाये रखे। जो दुनिया भर में कुछ बढ़िया युवा प्रतिभाओं की मेजबानी करता है। राज्य के स्तर पर अपने प्रदर्शन के आधार पर ज्यादातर देशों में युवाओं को विश्व कप खेलने वाली टीम के लिए चयन किया जाता है। 1988 में शुरू हुए अंडर-19 विश्व कप ने कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी दिये हैं । हर साल के साथ कुछ महान खिलाड़ी के संरक्षण में नयी प्रतिभाओं को निखारा जाता है। जल्द ही अगला अंडर-19 विश्व कप के आने के साथ, हम यहां प्रत्येक संस्करण के चैंपियंस की सूची और उनके कप्तानों की नाम लेकर आये हैं- 1988 ऑस्ट्रेलिया- जेफरी जी पार्कर
ऑस्ट्रेलिया के दो सौ साल के उत्सव समारोह के तहत ऑस्ट्रेलिया में इस टूर्नामेंट का उद्घाटन संस्करण आयोजित किया गया था। यह अपनी तरह का पहला टूर्नामेंट था जिसे '1998 मैकडॉनल्ड का द्विशतवार्षिक(दौ सौ साल का) यूथ वर्ल्ड कप' नामित किया गया था। ऑस्ट्रेलिया में आयोजन के कारण मेजबान टीम को आसान परिस्थितियों का सामना करना पड़ा और पाकिस्तान को छोड़कर सभी टीमों पर जीत दर्ज कर ली। सेमीफाइनल में ब्रेट विलियम्स के अर्धशतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड पर सात विकेट की जीत दर्ज कर ली और फाइनल में शतक जड़ और कप्तान जेफरी पार्कर के तीन विकेट की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहला अंडर-19 विश्व कप अपने नाम किया। ब्रेट विलियम्स 9 मैचों में 471 रनों के साथ सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे जबकि कप्तान जेफरी पार्कर का गेंद के साथ एक अच्छा टूर्नामेंट था। 1998 इंग्लैंड- ओवैस शाह
दस वर्षों के लंबे अंतराल के बाद यूथ वर्ल्ड कप 1998 में वापस आया और दक्षिण अफ्रीका में '1998 के एमटीएन अंडर-19 विश्व कप' के रूप में आयोजित हुआ। प्रतियोगिता में 16 टीमों ने भाग लिया और अंत में सबको पछाड़ते हुए इंग्लैंड विजेता बना था। इंग्लैंड ने पूल चरण में अच्छी शुरुआत की और अपने अंतिम ग्रुप स्टेज मैच में बांग्लादेश से हारने से पहले दोनों ओपनिंग मैचों को जीता। प्लेट स्टेज यानि क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड ने दूसरे स्थान पर कब्जा किया और फिर उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में अपनी जगह बनायी। स्टीफन पीटर्स के शतक और कप्तान ओवैस शाह के अर्धशतक की वजह से इंग्लैंड ने दूसरा अंडर 19 विश्व कप अपने नाम किया और ट्रॉफी जीत ली। 2000 भारत- मोहम्मद कैफ
2000 संस्करण श्रीलंका में आयोजित किया गया था और यह पहला मौका था जब उपमहाद्वीप इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहे थे। भारत जीत के इरादे से उतरा और अपने समूह चरण में दो मैचों को जीत लिया। सुपर लीग स्टेज में मोहम्मद कैफ ने तीन जीत दर्ज कर टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचाया। जहां सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला पहली अंडर 19 विश्व कप विजेता ऑस्ट्रेलिया से होना था। भारत के रवनीत रिक्की के शतक के बदौलत वह मैच एकतरफा साबित हुआ। मेजबान टीम के खिलाफ फाइनल मुकाबले में रत की ओर से एक शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया गया और मेजबान टीम को 179 रनों में सीमित कर इतिहास रचा गया। 2002 ऑस्ट्रेलिया- कैमरून व्हाइट
अंडर 19 विश्व कप का चौथा संस्करण न्यूजीलैंड में खेला गया और जिस पर पूरी तरह से ऑस्ट्रेलियाई टीम का कब्जा रहा, जिसने अंत में चैपिंयन बनकर टूर्नामेंट को समाप्त किया। ऑस्ट्रेलियाई अपने पहले ही मैच से जीत के इरादे लेकर उतरे और केन्या को पहले मैच में 430 रनों के भारी भरकम अंतराल से हराकर अपने इरादे सबको जाहिर कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पूरे टूर्नामेंट में बिना किसी गलती के हर मैच को जीतते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। फाइनल में बहुत सारी उम्मीदें थीं, जिसमें दो दिग्गजों ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका एक दूसरे के आमने सामने थे। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने मैच को एकतरफा बनाते हुए 207 रनों के लक्ष्य को 7 विकेट और 29 बॉल रहते हुए हासिल कर लिया। कप्तान कैमरून व्हाइट ने ऑस्ट्रेलियाई को खिताब दिलाने में बेहद मदद की। कैमरून ने छह मैचों में 70.50 की औसत से 423 रन बनाए, जो टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाला खिलाड़ी रहे। 2004 पाकिस्तान- खालिद लतीफ
अंडर 19 का पांचवां संस्करण बांग्लादेश में आयोजित हुआ जिसमें कुल सोलह टीमों ने भाग लिया। राउंड रॉबिन ग्रुप में पाकिस्तान ने पपुआ न्यू गुएना, वेस्टइंडीज और आयरलैंड को हराते हुए तीनों मैच जीत लिये। वहीं सुपर लीग स्टेज में पाकिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच हारते हुए बाकी सारे मैच जीते लिए और सेमीफाइनल के लिए अपना रास्ता पक्का कर लिया। सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ हाई वोल्टेज मैच में पाकिस्तान ने 5 विकेट से जीत कर ली। फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ पाकिस्तान की बल्लेबाजी अच्छी रही क्योंकि उन्होंने वेस्टइंडीज को 231 का कड़ा लक्ष्य दिया, जो अंत में पाकिस्तान के लिए बहुत अच्छा साबित हुआ और अंत में पाकिस्तान ने इसका सफलतापूर्वक बचाव कर लिया। कप्तान खालिद लतीफ पाकिस्तान के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। लतीफ ने 8 मैचों में 41.57 की औसत से 291 रन बनाए। 2006 पाकिस्तान- सरफराज अहमद
2006 में टूर्नामेंट श्रीलंका में खेला गया, यह दूसरा मौका था जब श्रीलंका अंडर 19 विश्व कप की मेजबानी कर रहा था। पाकिस्तान ने अपने तीन में से दो गेम जीते और सुपर लीग चरण के लिए क्वालीफाई कर लिया, जहां उन्होंने जिम्बाब्वे को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज से मिले कुछ गतिरोध से निकलते हुए और सुपर लीग सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए 163 रनों से जीत दर्ज की। इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ निर्धारित हुआ। पहले बैटिंग करते हुए पाकिस्तान सिर्फ 110 रन का स्कोर खड़ा कर सका लेकिन पाकिस्तान की धारदार गेंदबाजी के आगे भारत के बल्लेबाज नहीं टिक सके और पाकिस्तान ने लगातार दो विश्व कप जीतते हुए इतिहास रच दिया। 2008 भारत- विराट कोहली इतिहास में पहली बार अंडर 19 विश्व कप का आयोजन किसी एसोसिएट देश यानि मलेशिया में खेला गया। भारत ने पहले ही मैच से लय पकड़ते हुए पपुआ न्यू गिनी को 195 रन से हराया। अगले दो मैचों में भारत ने जीत दर्ज की जिसमें वेस्टइंडीज के खिलाफ विराट कोहली ने कप्तानी पारी खेलते हुए शतक जड़ा। क्वार्टरफाइनल मैच में भारत ने इंग्लैंड पर आसान जीत दर्ज की जबकि सेमीफाइनल का फैसला डकवर्थ लुइस के द्वारा लिया गया और भारत को फाइनल के लिए टिकट मिल गया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में भारत ने 160 रन का टारगेट दिया लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें पछाड़ते हुए अंडर 19 विश्व कप अपने नाम कर लिया। कोहली के लिए यह टूर्नामेंट बेहतरीन साबित हुआ और 6 मैचों में 235 रन बनाकर कोहली टूर्नामेंट के तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। 2010 ऑस्ट्रेलिया- मिचेल मार्श
विश्व कप से पहले कई विवादों के बाद टूर्नामेंट आखिरकार न्यूजीलैंड में खेला गया था और ऑस्ट्रेलिया ने 8वें संस्करण में चैंपियन का ताज पहना। ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया ने तीन में से दो गेम जीते और नॉक आउट स्टेज के लिए क्वालीफाई किया, जहां उन्होंने न्यूजीलैंड को 62 रन से क्वार्टर में हरा दिया। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका की मजबूत गेंदबाजी आक्रमण का सामना किया और पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में जगह बनायी। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने जोश हेजलवुड की स्विंग गेंदबाजी के शानदार प्रदर्शन की बदौलत 208 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान टीम को 182 में ही सीमित कर दिया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के लिए यह विश्व कप अच्छा साबित हुए। मार्श ने 6 मैचों में 201 रन बनाये जिसमें सेमीफाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 97 रन की मैच जिताऊ पारी भी शामिल थी। 2012 भारत- उन्मुक्त चंद
2012 का अंडर-19 वर्ल्डकप ऑस्ट्रेलिया के क्विंसलैंड राज्य में आयोजित किया गया था और मौजूदा चैंपियन के पास अपने ही घर में ट्रॉफी को बनाए रखने का सुनहरा मौका था। हालांकि उन्होंने अपने सफर को फाइनल में पहुंचाया, लेकिन कप्तान उन्मुक्त चंद की शानदार शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया भारत को पछाड़ नहीं पाया। भारत ने प्ले ऑफ में अच्छी शुरुआत की लेकिन वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा, वहीं क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान पर 1 विकेट से बेहद संघर्षशील जीत हासिल की। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ दबाव भारतीय टीम पर था लेकिन इस रोमांचक मैच को भारत ने 9 विकेट से अपने नाम किया। फाइनल में कप्तान उन्मुक्त चंद ने सामने से नेतृत्व करते हुए शानदार शतक लगाया, उन्होंने 130 गेंदों में नाबाद 111 रन सात चौके और छक्के की मदद से बनाए और संदीप शर्मा ने गेंद से कमाल दिखाते हुए मैच के रुख को भारत की तरफ मोड़ दिया। 2014 दक्षिण अफ्रीका- एडेन मार्कराम
अंडर -19 विश्वकप के दसवें संस्करण के लिए टूर्नामेंट का आयोजन यूएई में हुआ। इसके अलावा अफगानिस्तान की टीम सुपर 8 चरण में खेली थी, जो कि विश्व कप के लिए एक और उपलब्धि थी। विजेता दक्षिण अफ्रीका ने एक मजबूत शुरुआत की। ग्रुप स्टेज में सभी तीन टीमों को हराकर नंबर तालिका में सबसे ऊपर पहुंच गया। जिसके बाद क्वार्टरफाइनल में अफगानिस्तान की टीम को 9 विकेट से हराना उसके लिए बाएं हाथ का खेल था। वहीं सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की भिड़ंत तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से थी पर उसे भी 80 रन से मात देकर फाइनल में जगह बनायी। फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान को 131 पर रोक दिया। कप्तान मार्कराम का अर्धशतक देखने को मिला जिन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीद के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। 2016 वेस्टइंडीज- एसओ हेटमायर
2016 में यह संस्करण एक बार फिर से बांग्लादेश में खेला गया जिसकी मेजबानी बांग्लादेश 2004 में कर चुका था। पिछले संस्करणों की तरह वेस्टइंडीज ने ग्रुप स्टेज के तीन में से दो मैच जीत लिये। पाकिस्तान के खिलाफ पहले क्वार्टरफाइनल में वेस्टइंडीज ने प्रेरणादायी प्रदर्शन करते हुए उसे पांच विकेट से मात दी और सेमीफाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ जगह बना ली। यहां भी वेस्टइंडीज ने अच्छे प्रदर्शन को दोहराते हुए बांग्लादेश के द्वारा दिये गये 227 रन के लक्ष्य को छोटा साबित कर दिया और मेजबान को हराते हुए भारत के खिलाफ फाइनल खेलने को तैयार हो गये। वेस्टइंडीज की गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाज बेबस नजर आये और पूरी टीम सिर्फ 145 रन ही बना सकी। ये स्कोर वेस्टइंडीज के लिए बहुत विशाल नहीं था जिसे वेस्टइंडीज ने पांच विकेट शेष रहते बना लिया और हेटमायर की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने अपना पहला अंडर 19 विश्व कप जीता। लेखक- प्रसेन मुदग्ल अनुवादक- सौम्या तिवारी