2011 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज की शुरुआत भारत की 135 रनों के हार से हुई। सभी को ऐसा लगा कि अब भारतीय टीम कुछ खास नहीं कर पाएगी। लेकिन सभी को हैरान करते हुए विराट ने 70 गेंदों में 54 रनों की पारी खेली। लेकिन वे अपनी टीम को 290 के लक्ष्य तक पहुँचाने में असफल रहे। लेकिन उस दिन कोहली ने अपनी काबिलियत दिखाई हमे। उन्होंने गेंदबाज़ों के लिए बनी पिच पर दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों का जैसा सामना किया, उसकी जीतनी तारीफ़ की जाये उतनी कम है। लेकिन यहाँ और टीम की हार और बाकि बल्लेबाजों के ख़राब प्रदर्शन के कारण, कोहली की बल्लेबाज़ी अनदेखी रह गयी।
Edited by Staff Editor