एकरूप निर्णय समीक्षा प्रणाली (DRS) क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अक्टूबर 2017 से लागू होने की संभावना है। टी20 टूर्नामेंट के दौरान भी पहली बार डीआरएस का प्रयोग किया जाएगा। 2018 में होने वाले आईसीसी महिला टी20 विश्वकप के दौरान भी डीआरएस लागू किया जाएगा, इसमें प्रत्येक टीम को एक मैच में एक रिव्यू का मौका मिलेगा. बता दें कि यह आयोजन वेस्टइंडीज में होगा। यह सभी चीजें दुबई में पिछले सप्ताह हुई दो दिवसीय बैठक में प्रस्तावित और अनुमोदित हुई। सदस्य बोर्ड पर डीआरएस के प्रयोग से आने वाले खर्च में भी आईसीसी के योगदान का प्रस्ताव अप्रूव किया गया। आईसीसी की क्रिकेट कमेटी की मीटिंग में विस्तार से कुछ योजनाओं पर चर्चा की गई। जिन पर मई में होने वाली मीटिंग में प्रस्ताव पारित कर जून में लन्दन में होने वाली वार्षिक कांफ्रेंस में फाइनल अनुमोदन होगा। यह भी पढ़ें : अगले वर्ल्ड टी20 में होगा DRS का इस्तेमाल डीआरएस के इस्तेमाल में आने वाली लागत सबसे बड़ी चुनौती रही है। पिछली जुलाई को आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा था कि मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) और क्रिकेट समिति की सलाह पर भुगतान में सावधानी बरती, क्योंकि इस पर हमें अधिक नियंत्रण के लिए कहा गया था। दो देशों के बीच होने वाली सीरीज में डीआरएस का खर्च मेजबान ब्रॉडकास्टर उठाता है। कुछ मामलों में मेजबान देश तकनीक का या पूरे सिस्टम का खर्चा उठाता है। मुख्य कार्यकारी समिति ने यह सुझाव दिया है कि आईसीसी भी डीआरएस के लिए कुछ राशि प्रदान करे। आईसीसी ने कहा है कि क्रिकेट के सभी प्रारूपों में डीआरएस प्रयोग करने के प्रस्ताव पर मुख्य कार्यकारी समिति ने सहमति जाहिर कर दी है। योजना को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए मई में आईसीसी क्रिकेट कमेटी के अनुमोदन के बाद जून में फाइनल निर्णय और अक्टूबर में डीआरएस को सभी प्रारूपों में लागू करने की राह साफ़ हो जाएगी। टी20 अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 2018 के महिला विश्वकप में डीआरएस के फैसले पर भी आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति ने मोहर लगा दी।