उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) ने कहा है कि वह अमेरिका में करियर की संभावनाएं नहीं देख रहे हैं। एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के समी असलम ने ऐसा बयान दिया था। जिस पर उन्मुक्त चंद ने अपना रुख साफ़ कर दिया है। उन्मुक्त चंद ने अमेरिका जाने की बात स्वीकारी है लेकिन वहां खेलने को लेकर हुई बातों को नकारा है।
इन्डियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्मुक्त चंद ने कहा कि मैं अमेरिका में अपने रिश्तेदारों के पास गया था। निश्चित रूप से वहां गया था तो मैं थोड़ा बैटिंग अभ्यास करने गया। मैं वहां था इसलिए ट्रेनिंग सेशन के लिए गया लेकिन वहां अमेरिका में कुछ भी साइन करने जैसा नहीं हुआ है। यह ट्रिप सिर्फ एक अवकाश यात्रा है।
क्या कहते हैं नियम
बीसीसीआई के नियम अनुबंधित या गैर-अनुबंधित भारतीय खिलाड़ी को संन्यास की घोषणा करने से पहले देश के बाहर किसी भी प्रकार की फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने की अनुमति नहीं देते हैं। युवराज सिंह के कद के किसी व्यक्ति को विदेशी टी20 लीग में खेलने के लिए संन्यास लेना पड़ा, जबकि हरभजन सिंह जैसे नाम को द हंड्रेड ड्राफ्ट से अपना नाम वापस लेना पड़ा।
पाकिस्तान के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अमी असलम पिछले साल 25 साल की उम्र में कुछ वर्षों तक पाकिस्तान टीम में जगह नहीं बना पाने के बाद यूएसए चले गए। इस हफ्ते की शुरुआत में एक पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि कई विदेशी क्रिकेटरों को अब अमेरिकी क्रिकेट प्रशासन द्वारा 'मेजर लीग क्रिकेट' के लिए भर्ती किया जा रहा है। इसमें उन्होंने समित पटेल, हरमीत सिंह और उन्मुक्त चंद का नाम भी लिया था।
उन्मुक्त चंद ने कहा है कि वह भारतीय घरेलू क्रिकेट में खेलकर खुश हैं। अमेरिका में खेलने जैसी सभी बातों और कयासों पर उन्होंने विराम लगा दिया है। वहां खेलने जैसा कुछ भी होगा तो सामने आ ही जाएगा।