जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2016-17 सत्र के लिए केंद्रित अनुबंध धारियों की घोषणा की, तब कई भारतीय क्रिकेट फैंस आश्चर्य में पड़ गए क्योंकि सुरेश रैना का नाम अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची से गायब था। उत्तर प्रदेश के कोच रिजवान शमशाद के मुताबिक रैना अब अनिच्छुक खिलाड़ी बन गए तथा शादी के बाद वह अपने खेल पर ध्यान नहीं लगा रहे हैं। कोच ने साथ ही कहा कि कई युवा खिलाड़ी भारतीय टीम में जगह हासिल करने का दावा पेश कर रहे हैं, ऐसे में बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए राष्ट्रीय टीम में जगह बनाना बहुत मुश्किल है। मिड-डे के हवाले से कोच रिजवान शमशाद ने कहा, 'पारिवारिक आदमी बनने के बाद रैना की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। मैंने देखा है कि वह अपने खेल पर ध्यान नहीं लगा रहे हैं। वह अनिच्छुक क्रिकेटर बन गए हैं। उन्होंने इस सत्र में उत्तर प्रदेश के लिए सिर्फ तीन रणजी मैच खेले हैं तथा मुश्ताक अली व विजय हजारे ट्रॉफी में नहीं खेलने का फैसला लिया। कई युवा खिलाड़ी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, ऐसे में भारतीय टेस्ट या वन-डे में टीम में उनकी वापसी की उम्मीदें धूमिल नजर आ रही है। वह टी20 पर नजर टिकाए बैठे है, लेकिन यह सब उनके आईपीएल के फॉर्म पर निर्भर करेगा। आईपीएल में उन्हें गुजरात लायंस की कमान संभालना है।' सुरेश रैना ने 233 वन-डे में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 5568 रन बनाए हैं। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में वह भारतीय टीम के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने 65 टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 1307 रन बनाए हैं। ताजा बीसीसीआई अनुबंध में रैना को जगह नहीं दी गई है जबकि पिछले वर्ष वह ग्रेड 'बी' में शामिल थे। यह भी पढ़ें : बीसीसीआई ने टीम इंडिया के नए अनुबंध की सूची जारी की, जडेजा को 'A' ग्रेड में शामिल किया गया भारतीय टी20 अंतर्राष्ट्रीय एकादश के नियमित सदस्य रैना ने आखिरी टेस्ट जनवरी 2015 में खेला था जबकि आखिरी वन-डे अक्टूबर 2015 में खेला था। बीसीसीआई ने ताजा अनुबंध सूची जारी की है, जिसमें टेस्ट रैंकिंग में गेंदबाजों की सूची में शीर्ष स्थान पर काबिज रविंद्र जडेजा को टेस्ट विशेषज्ञ मुरली विजय व चेतेश्वर पुजारा के साथ ग्रेड 'ए' में पदोन्नत किया गया है। बीसीसीआई केंद्रित अनुबंध तीन वर्गों (ए,बी और सी) में विभाजित है। सालाना ए ग्रेड वाले खिलाड़ियों को 2 करोड़, बी ग्रेड वालो को 1 करोड़ तथा सी ग्रेड वालों को 50 लाख रुपए मिलते हैं। मैच फीस का समय 1 अक्टूबर 2016 से शुरू हुआ। खिलाड़ियों को प्रत्येक टेस्ट में 15 लाख, प्रत्येक वन-डे में 6 लाख तथा प्रत्येक टी20 अंतर्राष्ट्रीय खेलने पर 3 लाख रुपए मिलते हैं। अगर कोई खिलाड़ी अनुबंधित सूची में शामिल नहीं है और कम से कम तीन टेस्ट/वन-डे या टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल लेता है तो उसे ग्रेड सी या ग्रेड बी में जगह दी जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए रैना के पास ग्रेड बी या सी में जगह बनाने का आसान मौका है क्योंकि इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम की तरफ से तीन टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल लिए हैं।