विदर्भ ने इंदौर में खेले गए फाइनल मुकाबले में दिल्ली को 9 विकेट से हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी के टाइटल पर कब्ज़ा कर लिया है। मैच के चौथे दिन जीत के लिए 29 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए विदर्भ ने एक विकेट खोकर ही जीत हासिल कर ली। घरेलू क्रिकेट के दिग्गज वसीम जाफ़र (17*) ने विजयी चौका लगाकर विदर्भ को खिताबी जीत दिला दी। पहली पारी में दिल्ली ने 295 और दूसरी पारी में 280 रन बनाये, वहीं विदर्भ ने पहली पारी में 547 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करके दिल्ली की हार लगभग पक्की कर दी थी। दिल्ली की पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 2 विकेट लेने वाले रजनीश गुरबानी को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। तीसरे दिन के स्कोर 528/7 से आगे खेलते हुए विदर्भ की पहली पारी 547 रनों पर समाप्त हुई। अक्षय वाडकर ने 133 रन बनाये और दिल्ली की तरफ से नवदीप सैनी ने सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए। पहली पारी में दिल्ली की टीम 252 रन पीछे थी, लेकिन दूसरी पारी में भी उनकी बल्लेबाजी ने धोखा दिया और ध्रुव शोरी (62) एवं नितीश राणा (64) के अर्धशतकों के बावजूद दिल्ली की पूरी टीम 280 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और उन्हें सिर्फ 28 रनों की बढ़त मिली। गौतम गंभीर (36) और कप्तान ऋषभ पन्त (32) ज्यादा लम्बी पारी नहीं खेल सके और टीम की हार को भी नहीं बचा सके। विदर्भ की तरफ से अक्षय वखारे ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए। आदित्य सरवटे ने दो और रजनीश ने एक विकेट लिया। इस हार के साथ ही दिल्ली का आठवीं बार रणजी ट्रॉफी जीतने का सपना अधूरा रह गया और फैज़ फज़ल की कप्तानी में विदर्भ की टीम ने इतिहास रच दिया। संक्षिप्त स्कोरकार्ड: दिल्ली: 295 एवं 280 विदर्भ: 547 एवं 32/1