रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) का छठा राउंड खेला जा रहा है और इसके तीसरे दिन ही विदर्भ ने एक चौंकाने वाली जीत दर्ज करते हुए 74 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। ग्रुप डी में गुजरात के खिलाफ 73 रनों के छोटे से लक्ष्य का बचाव करते हुए विदर्भ ने 18 रनों से यादगार जीत दर्ज की और रणजी के इतिहास में सबसे कम लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। टीम की जीत के हीरो बाएं हाथ के स्पिनर आदित्य सरवटे रहे, जिन्होंने गुजरात की दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर कमर तोड़ दी और अपनी टीम को जीत दिलाई। उन्होंने मैच में कुल 11 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
बीते दिन विदर्भ ने 73 रनों का लक्ष्य दिया था और गुजरात ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट खोकर 6 रन बना लिए थे। तीसरे दिन टीम को जीत के लिए 67 रन बनाने थे लेकिन आदित्य के सामने गुजरात की बल्लेबाजी पूरी तरह से बिखर गई और पूरी टीम 54 रन बनाकर सिमट गई। गुजरात की तरफ से सिद्दार्थ देसाई ने सबसे ज्यादा 18 रन बनाये, उनके अलावा अन्य सभी बल्लेबाज एक अंक के स्कोर तक ही सीमित रहे। आदित्य के अलावा हर्ष दुबे ने भी 3 विकेट चटकाए।
इससे पहले विदर्भ ने अपनी पहली पारी में 74 रन बनाये थे। विदर्भ के 74 के जवाब में गुजरात ने पहली पारी में 256 रन बनाये, जिसमें आदित्य सरवटे ने 5 विकेट लिए। वहीं, दूसरी पारी में विदर्भ ने 254 रन बनाये थे।
विदर्भ ने तोड़ा बिहार का 74 साल पुराना रिकॉर्ड
इससे पहले रणजी ट्रॉफी में सबसे कम लक्ष्य का बचाव का रिकॉर्ड बिहार के नाम था, जिन्होंने 1949 में दिल्ली के खिलाफ 78 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया था। अब यह रिकॉर्ड विदर्भ के नाम हो गया है और जिसे तोड़ पाना टीमों के लिए मुश्किल होगा।