गेंद के सबसे अच्छे हिटरों में युवराज ऐसे खिलाड़ियों में से एक है जो अपनी बल्लेबाजी या गेंदबाज़ी, कभी-कभी दोनों के साथ टूर्नामेंट को चमका देते हैं। जब युवराज ने जूनियर और अंडर -19 क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने की शुरुआत की, तो सभी का मानना था कि भविष्य के एक स्टार बल्लेबाज आए हैं। आईसीसी नॉकऑट टूर्नामेंट में अपना पहला प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने रह रहकर वो प्रदर्शन करके दिखाया भी जिसकी उनसे उम्मीद की गयी थी। जब भारतीय क्रिकेट में बदलाव का दौर चला था तब अपनी बल्लेबाजी के अलावा, मैदान पर चुस्त फील्डिंग और बाये हाथ की स्पिन ने उन्हें एक महत्वपूर्ण एकदिवसीय खिलाड़ी बनाया। भारत के महानतम सीमित ओवरों के बल्लेबाजों में से एक होने के अलावा, युवराज को अपने प्रदर्शन को हमेशा बड़े अवसरों पर और भी ज्यादा उच्च स्तर तक ले जाने की आदत थी।