ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे के एमसीए स्टेडियम में पहले टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम का बल्लेबाजी क्रम बुरी तरह ध्वस्त हो गया। भारतीय बल्लेबाजों के पास ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों विशेषकर स्टीव ओ कीफ का कोई जवाब नहीं था और मेजबान टीम की पहली पारी 105 रन पर ऑलआउट हो गई। जी हां। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने घुटने टेक दिए और मामूली स्कोर पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 260 रन पर सिमटी थी। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में भी शानदार प्रदर्शन किया और दूसरे दिन स्टंप्स के समय 4 विकेट पर 143 रन बना लिए हैं। इस तरह मेहमान टीम ने भारत पर 298 रन की बढ़त हासिल कर ली है जबकि उसके 6 विकेट शेष है। बहरहाल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अगर टेस्ट मैच हो तथा कुछ घटना न घटे ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है। ऑस्ट्रेलिया की टीम जब दूसरी पारी खेलने उतरी तो रविचंद्रन अश्विन ने भारत को शुरुआती सफलता दिलाई। मगर एक छोर पर कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ जम गए। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया। हालांकि भारतीय स्पिनरों ने स्मिथ को काफी परेशान भी किया, लेकिन वह अपना विकेट बचाकर अर्धशतकीय पारी खेलने में कामयाब रहे। रविंद्र जडेजा ने एक गेंद पर स्मिथ को बीट कर दिया था। इस दौरान स्मिथ ने गेंद को समझा और फिर अपने हाव-भाव देते हुए गलती सुधारने का संकेत दिया। जडेजा ऐसे में कैसे पीछे रहते। उन्होंने स्मिथ की नक़ल उनके सामने ही की और इसे देखकर कमेंटरी बॉक्स से लेकर फैंस के बीच हंसी की लहर दौड़ गई। न सिर्फ जडेजा स्मिथ को परेशान कर रहे थे बल्कि उन्हें आसानी से रन भी नहीं बनाने दे रहे थे। सुनील गावस्कर ने कमेंटरी बॉक्स से तब कहा, 'जडेजा गेंद को काफी ज्यादा स्पिन करा रहे हैं। स्मिथ के लिए बड़ी परेशानी हो सकती है।' ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 12वें ओवर में जडेजा ने चौथी गेंद डाली, जिस पर स्मिथ बीट हो गए। जडेजा ने स्मिथ को घूरकर देखा और बल्लेबाज के सामने अपने इरादे जाहिर किये जो देखना दर्शनीय था। भारतीय टीम की बल्लेबाजी जिस तरह से बिखरी उसके बावजूद जडेजा का ऐसे भाव देखना हैरान करने वाला था। आधुनिक क्रिकेट में कोई क्रिकेटर दबकर नहीं बल्कि हावी होकर खेलना चाहता है और जडेजा ने इसी बात को साबित करने की कोशिश की। बहरहाल, जब स्मिथ बीट हुए और जडेजा ने उनकी नक़ल की तो दोनों खिलाड़ियों के चेहरे पर मुस्कान साफ देखने को मिली। इससे साबित हुआ कि दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे के खेल का सम्मान करते हैं और अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए पूरी मेहनत झोंकने को तैयार हैं।