क्रिकेट इतिहास में एक बल्लेबाज़ को 6 रन हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करती पड़ती है। वह बल्लेबाज़ अपनी सारी ताकत को आज़माता है और गेंदबाज़ की किसी एक गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाकर अपने खाते में 6 रन जोड़ता है। साथ ही उस गगनचुम्बी छक्के की बदौलत आए रन टीम के हित में भी जुड़ जाते हैं। लेकिन अगर बल्लेबाज़ गेंद को बिना सीमा रेखा के पार पहुंचाए ही एक गेंद में 6 रन हासिल करे, तो क्या ऐसा मुमकिन है? जी हां बिलकुल, एक बल्लेबाज़ बिना बाउंड्री प्राप्त किए भी एक गेंद में 6 रन हासिल कर सकता है। ऐसा ही कुछ नज़ारा 2002 में श्रीलंका में आयोजित हुई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच एक मैच में देखने को मिला। जब पाकिस्तानी टीम की पारी का 26वां ओवर प्रगति पर था तब श्रीलंकाई टीम की तरफ से गेंदबाज़ी का भार संभाला हुआ था स्पिनर उपुल चंदना ने और स्ट्राइक पर थे पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज़ राशिद लतीफ़। उस वक़्त पाकिस्तान का स्कोर 94 रन पर चार विकेट था। जैसे ही उपुल चंदना ने गेंद को लेग साइड की दिशा में डाला तब लतीफ़ ने स्वीप किया और गेंद विकेटकीपर संगकारा के पीछे रखे हैलमेट पर जा लगी। तब अम्पायर स्टीव बकनर ने पेनल्टी के रूप में 5 रनों का इशारा कर दिया। वह पांच रन बल्लेबाज़ी करने वाली टीम पाकिस्तान के खाते में जुड़े, चूंकि दोनों बल्लेबाज़ गेंद हेलमेट पर लगने से पहले ही एक रन के लिए दौड़ पड़े थे इसलिए बल्लेबाज़ के खाते में एक रन और पेनाल्टी के पांच अतिरिक्त रन पाकिस्तान के खाते में जुड़े। आपको बता दें कि उस मैच को श्रीलंका ने 8 विकटों से जीता था। जिसके बाद मैच में शानदार नाबाद शतक जमाने वाले श्रीलंकाई पूर्व सलामी बल्लेबाज़ सनथ जयसूर्या को मैन ऑफ़ द मैच के पुरूस्कार से नवाज़ा गया था ध्यान दें: अगर गेंद के हेलमेट पर लगने से पहले बल्लेबाज़ दौड़कर एक रन पूरा कर लेते हैं तो बल्लेबाज़ के खाते में 1+5 रन जोड़े जाते हैं। देखिए वीडियो: