वीडियो: जब 2002 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार वापसी की थी

आज से 14 साल पहले भारत ने कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका को चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में 10 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। हालांकि ये जीत काफी नाटकीय थी और भारत एक समय आसानी से मैच हार रहा था और जीत लगभग नामुमकिन थी। लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने मैच में जो दबाव बनाया था, वो कुछ ही देर में गँवा दिया और इस रोमांचक मैच में भारत को जीत हासिल हुई। वैसे फाइनल में भारत का सामना श्रीलंका से हुआ और दो दिन लगातार बारिश के कारण मैच पूरा नहीं हो सका और भारत एवं श्रीलंका दोनों को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का संयुक्त विजेता घोषित किया गया। भारत ने ग्रुप स्टेज में ज़िम्बाब्वे और इंग्लैंड को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी, वहीँ दक्षिण अफ्रीका ने भी ग्रुप स्टेज में एक रोमांचक मुकाबले में वेस्टइंडीज और एकतरफा मुकाबले में केन्या को हराया था। सेमीफाइनल में इन दो मजबूत टीमों का सामना था और भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। गांगुली हालांकि जल्दी आउट हो गए लेकिन सहवाग ने 59 रनों की पारी खेली। वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर फ्लॉप रहे और भारत का स्कोर 135/4 हो गया। यहाँ से राहुल द्रविड़ ने युवराज के साथ 72 रन जोड़े। द्रविड़ ने 49 और युवराज ने 62 रनों की पारी खेली। निचले क्रम के बल्लेबाज कुछ ख़ास योगदान नहीं दे पाए और भारत ने 50 ओवरों में 261/9 का स्कोर बनाया। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से शॉन पॉलक ने तीन और एलन डोनाल्ड ने दो विकेट लिए। लक्ष्य के जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और ग्रेम स्मिथ सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन इसके बाद हर्शल गिब्स ने जैक्स कैलिस के साथ दूसरे विकेट के लिए 178 रन जोड़े और भारत के हाथ से मैच को लगभग छीन लिया। गिब्स ने अपना शतक पूरा किया। लेकिन मैच में नाटकीय मोड़ तब आया जब 192 के स्कोर पर गिब्स को 116 रनों पर रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। यहाँ से मैच दक्षिण अफ्रीका के हाथ से एकदम से फिसल गई। दो रन के अंदर हरभजन सिंह ने जोंटी रोड्स और बोएटा डिपेनार को आउट कर दिया। युवराज ने रोड्स का बेहतरीन कैच लपका।

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इसके थोड़ी देर बाद मार्क बाउचर को सहवाग ने आउट कर दिया। लेकिन उस समय भी मैच दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में ही था और उन्हें जीत के लिए 39 गेंदों में 48 रन बनाने थे। यहाँ से जैक्स कैलिस के ऊपर जिम्मेदारी थी लेकिन उन्होंने 97 रन बनाने के लिए 133 गेंद ले लिए और मैच भारत की झोली में चला गया। आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 21 रन बनाने थे लेकिन पहली गेंद पर छक्का लगाने के बाद कैलिस अगली गेंद पर सहवाग के हाथों आउट हो गए। आखिरी गेंद पर सहवाग ने लांस क्लूजनर को भी चलता किया और भारत ने मैच 10 रनों से जीत लिया। सहवाग को उनके अर्धशतक और तीन विकेटों के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया।

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