मुंबई ने बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए विजय हज़ारे ट्रॉफी 2018-19 के फाइनल में दिल्ली को चार विकेट से हराकर तीसरी बार खिताब पर कब्ज़ा किया। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 177 रन बनाये, जिसके जवाब में मुंबई ने मैन ऑफ़ द मैच आदित्य तरे के 71 रनों की बेहतरीन पारी की बदौलत 6 विकेट खोकर 35 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। मुंबई ने इससे पहले 2003-04 और 2006-07 में खिताब जीता था।
मुंबई ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया और दिल्ली की टीम शुरुआत में ही लड़खड़ा गई। 25 ओवर में 81 के स्कोर पर दिल्ली की टीम अपने पांच विकेट गँवा चुकी थी और उनके सभी प्रमुख बल्लेबाज फ्लॉप रहे। हिम्मत सिंह के 41 रनों की मदद से स्कोर 177 तक पहुंचा। कप्तान गौतम गंभीर सिर्फ एक रन ही बना सके। मुंबई की तरफ से धवल कुलकर्णी और शिवम दुबे ने तीन, तुषार देशपांडे ने दो और शम्स मुलानी ने एक विकेट लिया।
लक्ष्य के जवाब में मुंबई की शुरुआत बेहद खराब रही और 40 रन तक उनके चार विकेट गिर चुके थे। पृथ्वी शॉ 8, अजिंक्य रहाणे 10, श्रेयस अय्यर 7 और सूर्यकुमार यादव 4 रन बनाकर आउट हुए। हालाँकि इसके बाद आदित्य तरे ने सिद्धेश लाड (48) के साथ पांचवें विकेट के लिए 105 रनों की बेहतरीन साझेदारी निभाई और टीम को खिताब के करीब पहुंचाया। अंत में शिवम दुबे ने 19 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम को 15 ओवर शेष रहते ही जीत दिला दी। दिल्ली की तरफ से नवदीप सैनी ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए।
तमिलनाडु के अभिनव मुकुंद ने 9 मैचों में सबसे ज्यादा 560 रन बनाये, वहीं झारखंड के शाहबाज़ नदीम ने 9 मैचों में सबसे ज्यादा 24 विकेट लिए।
संक्षिप्त स्कोरकार्ड:
दिल्ली: 177 (हिम्मत सिंह 41, शिवम दुबे 3/29)
मुंबई: 180/6 (आदित्य तरे 71, नवदीप सैनी 3/53)