कर्नाटक क्रिकेट टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज श्रीनाथ अरविन्द ने घरेलू क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। हाल ही में हुए दिल्ली में विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल के रूप में उन्होंने अपनी घरेलू टीम के लिए आखिरी लिस्ट-ए मैच खेला और इस टूर्नामेंट में अपनी टीम की जीत में अहम योगदान दिया। अरविन्द ने प्रथम श्रेणी और लिस्ट-ए-करियर से दूरी बनाने का फैसला किया है और वह घरेलू टीम के लिए टी20 क्रिकेट खेलते रहेंगे। फाइनल में टीम की खिताबी जीत के बाद उन्होंने अपने घरेलू क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। श्रीनाथ अरविन्द इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का भी अहम हिस्सा रहे लेकिन इस साल हुई आईपीएल नीलामी में उन्हें किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था। श्रीनाथ अरविन्द ने भारतीय टीम के लिए एकमात्र अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच के रूप में खेला था। उन्होंने यह मैच साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ धर्मशाला में खेला था। साल 2016 में स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए गए एक इंटरव्यू में अरविन्द ने भारतीय टीम में अपने स्थान को लेकर कहा था कि मुझे मालूम है कि मैंने भारत के लिए निरन्तर खेलने का मौका गवां दिया है लेकिन मैं कोशिश करता रहूँगा और अपने खेल को एन्जॉय करता रहूँगा। मैं कभी अपनी उम्र पर निर्भर नहीं रहा। मैं अपने खेल को लेकर खुश हूँ और मैं भविष्य में राष्ट्रीय टीम में खेलूं या न खेलूं लेकिन अभी के लिए मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूँ। श्रीनाथ अरविन्द ने 33 वर्ष की उम्र में घरेलू क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अरविन्द ने प्रथम श्रेणी में 56 मैच खेले हैं और 3 के कम इकॉनमी के रनरेट से उन्होंने 186 विकेट अपने नाम किये। लिस्ट-ए-करियर में उनके 41 मैचों में 57 विकेट हैं और साथ ही उन्होंने 84 टी20 मैचों में शिरकत की और 103 विकेट प्राप्त किये हैं।