भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने शादी की वजह से श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से अपना नाम वापस ले लिया और उनके स्थान पर तमिलनाडु के ऑलराउंडर विजय शंकर को पहली बार भारतीय टीम में जगह मिली है। विजय शंकर पिछले कुछ समय से घरेलू मैचों और भारत 'ए' की तरफ से लगातार बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। 2012 में तमिलनाडु की तरफ से पदार्पण करने वाले इस ऑलराउंडर ने अभी तक सभी प्रारूपों को मिलाकर बल्ले से 1671 रन बनाए हैं और गेंदबाजी में 64 विकेट भी झटके हैं। आईपीएल 2017 में वो सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में थे, जहां मौका मिलने पर उन्होंने कुछ अच्छी पारियां खेली थी। शंकर 2016 में ऑस्ट्रेलिया में हुए लिस्ट ए मैचों की चतुष्कोणीय सीरीज और 2 चार दिवसीय मैंचों के लिए भारत 'ए' टीम में शामिल हुए थे। लेकिन वह चोटिल हो गए और उन्हें घुटने का ऑपरेशन करवाना पड़ा। उनकी जगह उस टीम में हार्दिक पांड्या को जगह मिली थी, जहां अच्छा प्रदर्शन देकर पांड्या जल्द ही भारतीय एकदिवसीय और टेस्ट टीम ने जगह बनाने में सफल रहे। विजय शंकर को इस साल भारत ए के दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया है। लिस्ट ए की त्रिकोणीय सीरीज उनके लिए कुछ खास नहीं रही और उनके कंधे में गेंद लगने की वजह से फिर वह कुछ समय के लिए टीम से बाहर हो गए। कंधे की चोट से वापसी करते हुए विजय ने भारत ए की तरफ से न्यूज़ीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। 144 रनों का पीछा करते हुए जब टीम 23/3 हो गयी थी उसके बाद उन्होंने 42 गेंदों 47 रनों की पारी खेली। उन्होंने सीरीज के अंतिम मैच में भी 33 गेंदों ओर 61 रनों की पारी खेली, जिसमें 5 छक्के भी शामिल थे। मौजूदा रणजी ट्रॉफी में भी विजय ने ओडिशा से खिलाफ शतकीय पारी खेली और वो गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। विजय शंकर के बारे में 10 महत्वपूर्ण बातें बताते हैं जो आपके लिए जानना जरूरी है। #1 विजय शंकर का जन्म 26 जनवरी 1991 को तमिलनाडु के नेल्ली में हुआ था, लेकिन बाद में चेन्नई आ गए। #2 वो दाहिने हाथ के बल्लेबाज और दाहिने हाथ के ही मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं। वो बल्ले और गेंद दोनों से ही एक जैसा प्रदर्शन कर सकते हैं। #3 विजय अपने करियर के शुरुआत में ऑफ स्पिन गेंदबाज थे लेकिन तमिलनाडु की टीम में जगह बनाने के लिए उन्होंने मध्यम गति की तेज गेंदबाजी शुरू कर दी। #4 शुरुआती दिनों में मैदान पर अभ्यास के लिए उन्हें लम्बी दूरी तय करनी पड़ती थी, जिससे काफी थकावट होती थी। इससे बचने के लिए विजय ने अपने घर के छत पर ही अभ्यास करना शुरू कर दिया और इनडोर नेट्स भी लगा दिया। #5 उनके पिता एच. शंकर भी शुरुआती समय मे क्रिकेट खेल करते थे और उनके भाई अजय भी तमिलनाडु में लोअर डिवीज़न में खेलते हैं। #6 घरेलू मैचों में उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा है, प्रथम श्रेणी मैंचों में उन्होंने 32 मैचों में करीब 50 की औसत से रन बनाए हैं। #7 आईपीएल 2017 में विजय सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में थे, जहां उन्हें 4 मैचों में खेलने का मौका मिला। उससे पहले वो 2 सालों के लिए निलंबित हुई टीम चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा थे पर उन्हें वहां सिर्फ एक ही मैच खेलने को मिला था। #8 विजय शंकर बचपन से ही राहुल द्रविड़ को अपना आदर्श मानते हैं और द्रविड़ द्वारा एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 233 और नाबाद 72 रनों की मैच जिताऊ पारी ने विजय को काफी प्रोत्साहित किया था। #9 इस साल के शुरुआत में विजय को पहली बार कप्तानी मिली और उनकी कप्तानी में तमिलनाडु ने विजय हज़ारे ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। #10 करियर में लगातार चोट से जूझ रहे विजय शंकर ने यो-यो टेस्ट में 18.5 स्कोर किया है।