भारतीय टीम ने निदहास ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश को रोमांचक मुकाबले में हराकर शानदार जीत हासिल की। इस जीत के बाद टीम के सभी खिलाड़ी काफी खुश हैं और फैंस ने भी इस जीत का पूरा लुत्फ उठाया है। हालांकि टीम के युवा खिलाड़ी विजय शंकर भारत की बेहतरीन जीत के बावजूद निराश हैं। शंकर फाइनल मुकाबले में बल्लेबाजी में अपने खुद के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं और उनका कहना है कि वो इससे बेहतर बल्लेबाजी कर सकते थे। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में विजय शंकर ने कहा कि 5 गेंदे जो मैंने मिस की उससे मैं अभी भी काफी निराश हूं। मैं उन आखिरी दो गेंदों पर मैच को खत्म नहीं कर सका। आखिरी ओवर में मैंने एक अहम चौका लगाया और इतने कम समय में आपको अपनी टीम के लिए इस तरह से मैच जिताने का मौका कम ही मिलता है। अगर मैंने छक्का लगा दिया होता तो बात कुछ और होती। मैं इस लिए निराश था कि मैंने इस तरह की परिस्थितियों के लिए काफी तैयारी की थी लेकिन जरुरत के समय मैं कुछ भी नहीं कर सका। गौरतलब है बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल मुकाबले में विजय शंकर को बल्लेबाजी क्रम में दिनेश कार्तिक से पहले भेजा गया था लेकिन वो इस मौके का फायदा नहीं उठा सके। जब अच्छे स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की जरुरत थी तो शंकर के बल्ले पर गेंद ठीक तरह से नहीं आ रही थी और उनका स्ट्राइक रेट 100 से भी कम का रहा। इसकी वजह से टीम के दूसरे बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ गया। जब टीम को आखिरी 3 ओवरो में जीत के लिए 35 रन चाहिए थे तो विजय शंकर मुस्तफिजुर रहमान की 4 गेंदों पर एक भी रन नहीं बना सके। पांचवी गेंद पर उन्होंने एक रन लिया, इसके बाद स्ट्राइक पर आए मनीष पांडेय ने बड़ा शॉट खेलना चाहा और अपना विकेट गंवा बैठे। 17वें ओवर में भारतीय टीम केवल 1 ही रन बना पाई और एक विकेट भी गंवा दिए। इसकी वजह से आखिरी 2 ओवर में टीम को जीत के लिए 34 रन चाहिए थे लेकिन दिनेश कार्तिक ने तूफानी पारी खेलकर लक्ष्य तक पहुंचा दिया। विजय शंकर ने मैच में 19 गेंदों पर 17 रन बनाए।