भारत के ऑलराउंडर प्लेयर विजय शंकर (Vijay Shankar) का ट्रोलर्स के साथ बड़ा गहरा रिश्ता है। इस बार उन्होंने ट्रोलर्स को पहले अपने बल्ले से जवाब दिया और फिर अपने बयान से। दरअसल, 2019 वर्ल्ड कप की टीम में चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने अचानक विजय शंकर को शामिल कर लिया था। एमएसके प्रसाद ने कहा था कि विजय शंकर एक 3डी प्लेयर (3D Player) हैं और इसलिए उन्हें टीम में शामिल किया गया है।
विजय शंकर 2019 वर्ल्ड कप के दौरान कुछ खास कर नहीं पाए और आखिरकार चोटिल होकर टीम से बाहर हो गए। उसके बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था और ट्रोलर्स ने उन्हें 3D शब्द के साथ ट्रोल करना शुरू कर दिया था। हाल ही में विजय शंकर एक बार फिर ट्विटर पर ट्रेंड हुए थे क्योंकि उन्होंने 2017 के बाद पहली बार शतक लगाया था।
उन्होंने कहा कि,
"किसी भी खिलाड़ी के लिए ऐसी घटना से गुजरना काफी मुश्किल होता है। आप चाहते हैं कि आप ट्रोलर्स के कमेंट्स को इग्नोर करें, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। आप कमेंट्स पढ़ते या सुनते हैं और वो आपको मानसिक रूप से परेशान करती है। इस परेशानी को वही समझ सकता है, जो इससे गुजरता है।"
रणजी ट्रॉफी के एक मैच में तमिलनाडु की ओर से खेलते हुए विजय शंकर ने मुंबई के खिलाफ 13 चौकों की मदद से 103 रनों की पारी खेली थी। इसी के बाद विजय शंकर ने स्पोर्ट्स स्टार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि, ट्रोलिंग ने उन्हें और मजबूत बनाया और ताकि मैं वापसी कर सकूं। विजय शंकर ने आगे कहा कि,
"मैंने एम एस धोनी, विराट कोहली समेत कई टॉप के प्लेयर्स के साथ भी ऐसा होते हुए देखा है। जब वो अच्छा कर रहे होते हैं, तब लोग उन्हें अच्छा बोलते हैं, लेकिन जब अच्छा नहीं कर पाते तो उतना ही खराब भी बोलते हैं। जो इस समस्या से गुजरता है, उसे ही अंदाजा होता है कि यह कितना मुश्किल समय होता है।"
अब देखना होगा कि विजय शंकर कितनी निरंतरता से ऑल राउंड प्रदर्शन कर पाते हैं या नहीं और फिर उन्हें इंडियन टीम में वापसी करने का मौका मिलता है या नहीं। विजय शंकर ने अपने फॉर्म में वापस आने के बारे में बात करते हुए कहा कि,
"जब ट्रोलर्स ने मुझे ट्रोल किया तब मैंने सोचा कि मैं अपने लिए क्या बेस्ट कर सकता हूं, मुझे सिर्फ उसपर ध्यान देना चाहिए ना कि फालतू की बातों पर।"