आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने भारत को 180 रनों से हरा दिया और चैंपियंस ट्रॉफी का आठवा ख़िताब अपने नाम किया। भारतीय टीम के लचर बल्लेबाजी की बदौलत टीम को हार का सामना करना पड़ा। टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी कर रहे भारतीय टीम के टॉप आर्डर बल्लेबाज पाकिस्तानी गेंदबाजों के सामने बेबस नजर आये। शिखर धवन रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली ने टूर्नामेंट के दौरान बेहतरीन बल्लेबाजी की, लेकिन फाइनल में उनका असफल होना टीम की हार का सबसे बड़ा कारण बना। तीनों बल्लेबाजों ने फ़ाइनल मैच में महज 26 रन ही जोड़े, जिसमे कप्तान कोहली ने मात्र 5 रन बनाये। विराट कोहली का भारतीय टीम के कप्तान के रूप में यह पहला आईसीसी टूर्नामेंट था। कोहली ने चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन आखिरी मौके पर उन्हें निराशा हाथ लगी। यह पहली बार नहीं हुआ जब विराट कोहली ने टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया हो। इससे पहले भी कई ऐसे मौके आये है जहाँ उन्होंने अपनी बल्लेबाजी के दम पर टीम को आईसीसी टूर्नामेंट में सेमीफाइनल और फाइनल तक की रहा दिखाई है, लेकिन आखिरी मौकों पर वह अनलकी साबित हुए। बीते चार वर्षों को विराट युग से जाना गया है क्योंकि उन्होंने टीम के लिए कप्तानी के साथ बल्लेबाजी में अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीता हैं। साल 2014 में इंग्लैंड दौरे पर फ्लॉप होने के बाद से विराट कोहली अपने खेल को एक अलग स्तर पर लेकर गए हैं फिर चाहे बात टेस्ट मैचों की हो या फिर सीमित ओवरों के मैचों की। कोहली ने हर स्तर पर टीम के लिए उम्दा प्रदर्शन किया हैं। स्पोर्ट्सकीड़ा के नजरिये से ‘विराट युग - द अनलकी कोहली’ पर एक नजर :
आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2014 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जीतने के बाद अगले ही साल भारतीय टीम ने टी-20 वर्ल्ड कप 2014 के फ़ाइनल में प्रवेश किया था। विराट कोहली की दमदार बल्लेबाजी के कारण भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के सभी मुकाबलें जीतते हुए फ़ाइनल में टी-20 वर्ल्ड कप 2007 के बाद एक बार फिर से अपनी जगह बनाई थी। मौजूदा कप्तान कोहली ने इस टूर्नामेंट में खेले गए 6 मैचों में 4 अर्धशतक के साथ 106.33 के औसत से सबसे ज्यादा 319 रन बनाये, लेकिन भारतीय टीम ने फ़ाइनल मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ 6 विकेट से गवां दिया। फ़ाइनल मैच में कोहली ने शानदार 77 रनों की पारी खेली और टीम का स्कोर केवल 130 ही बन सका जिससे श्रीलंका ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। वर्ल्ड टी-20 के ख़िताब से चुकने के बावजूद विराट कोहली को प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट के ख़िताब से नवाज़ा गया।