कुछ समय पहले तक विराट अपने अग्रेसिव खेल और एट्टीयूड की वजह से सवालों के घरे में थे। उनमें परिपक्वता की कमी थी। लेकिन इसमें कोई शक नहीं था कि विराट एक महान बल्लेबाज हैं। कप्तान बनने के बाद विराट कोहली के रवैये में बहुत बड़ा बदलाव आया है। लेकिन बावजूद इसके विराट अहम मौकों पर अपना आपा खो देते हैं जिसके चलते उनके टेंपरामेंट पर भी सवाल उठाए जाते हैं। हालांकि 2016 में विराट ने सबकुछ बदल कर रख दिया ना सिर्फ कप्तानी के मोर्चे पर विराट खुद को साबित किया बल्कि बतौर बल्लेबाज भी उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीता। वैसे 2016 में विराट ने कई यादगार पारियां खेली। लेकिन हम आपको बताते हैं कोहली की उन पांच सर्वश्रेष्ठ पारियों के बारे में जिसकी वजह से साल 2016 कोहली के नाम रहा। #5 90* Vs ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड इस साल टी 20 में भी विराट शानदार फॉर्म में थे। विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 90 रन की पारी खेली। विराट जब बल्लेबाजी करने उतरे तो उस समय टीम इंडिया 1 विकेट गवांकर 40 रन बना चुकी थी। कोहली ने क्रीज पर पहुंचते ही अपने नेचुरल स्ट्रोक्स लगाने शुरू कर दिए। खासकर लेग स्पिनर कैमरून बॉयज तो उन्हें बेहद रास आए। विराट ने कैमरून की गेंदों पर शानदार कवर ड्राइव्स लगाई। विराट ने ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स के खिलाफ क्रीज से बाहर निकलकर जोरदार शाट्स खेले। विराट ने अपना पहला ही मैच खेल रहे ट्रेविस हेड को भी नहीं बख्शा और उनके सिर के ऊपर से शाट्स लगाकर गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाते रहे। शेन वॉटसन के खिलाफ विराट ने सूझ बूझ से बल्लेबाजी की। वो गेंद को गैप में निकालकर रन बटोरते रहे। विराट ने अपना अर्धशतक पूरा किया। शॉन टैट के खिलाफ विराट ने शानदार छक्के जड़े और दूसरे छोर से उन्हें सुरेश रैना का भी अच्छा साथ मिला। विराट कोहली की नाबाद 90 रन की पारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 189 रन का लक्ष्य दिया। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 151 रन पर ही ऑल आउट हो गई। इस मैच में टीम इंडिया ने 37 रन से जीत दर्ज की। #4 154* Vs न्यूजीलैंड, मोहाली कोहली की बल्लेबाजी की सबसे शानदार बात ये है कि वो फॉर्मेट के हिसाब से अपने खेल में बदलाव करते हैं। कोहली टेस्ट क्रिकेट के तुरंत बाद वनडे क्रिकेट में अपने गेम को अच्छे से ढालने में माहिर हैं। उन्होंने टेस्ट मैच के ठीक बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार पारी खेली थी। कोहली को अपनी पारी की शुरूआत में ही सबसे बड़ी राहत तब मिली, जब स्लिप में रॉस टेलर ने उनका कैच छोड़ दिया। रोहित शर्मा के आउट होने के बाद धोनी ने खुद को बैटिंग ऑर्डर में ऊपर प्रमोट किया। लेकिन जब धोनी ने कोहली को ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए देखा, तो वो बैकसीट पर आ गए और उन्होंने कोहली को स्ट्राइक पर रहने के पूरे मौके दिए। कोहली टिम साउदी की गेंदों पर लेग साइड में ऐसे शॉट्स मार रहे थे मानो साउदी तेज गेंदबाज नहीं कोई स्पिनर हों। जब कोहली शतक जड़ने के करीब पहुंचे ही थे कि धोनी 54 रन बनाकर चलते बने। अभी भी भारत को जीत के लिए 10 ओवर में 73 रन चाहिए थे। कोहली ने अपना शतक पूरा करते हुए संगकारा के वनडे शतकों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ा। लेकिन विराट को पता था अभी उनका काम पूरा नहीं हुआ है। शतक बनाने के बाद भी विराट ट्रेंट बाउल्ट और टिम साउदी पर अपना कहर बरपाते रहे। विराट कोहली की ये शतकीय पारी कितनी शानदार थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है विराट ने दुनिया सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार ट्रेंट बाउल्ट की गेंद पर स्ट्रेट डाड्रव सिक्स लगाया। शायद ही किसी बल्लेबाज ने क्रिकेट गेंद को इतने क्लीन तरीके से बैट का पूरा फेस खोलकर हिट किया होगा। #3 235 Vs इंग्लैंड, मुंबई वानखेड़े में कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ धीमी शुरूआत की और सेट होने में अपना पूरा समय लिया। इंग्लिश गेंदबाजों ने कोहली के खिलाफ सीधी साधी स्ट्रेटजी अपनाई उन्होंने कोहली को आउट साइड ऑफ स्टंप पर गेंद फेंकी ताकि वो बल्ला लगाएं और उनके बल्ले का एज लगकर गेंद विकेटकीपर के दस्तानों में चली जाए। इंग्लिश गेंदबाज कोहली के खिलाफ इस रणनीति के साथ इसलिए उतरे क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ पिछली सीरीज में कोहली की बल्लेबाजी में ये तकनीकी खामी नजर आई थी। लेकिन कंडीशन ऐसी नहीं थी कि कोहली को कोई भी परेशानी हो। कोहली ने आउट साइट ऑफ स्टंप की गेंदों को धीमे हाथों से खेलते हुए गेंद को स्लिप और गली के बीच में से निकाला। स्पिनर्स के खिलाफ कोहली ने क्रीज का इस्तेमाल किया और पीछे जाकर गेंद को पुल किया और मिडविकेट और स्कैवर लेग के बीच से गैप ढूंढ ही लिया। एक छोर से विकेट गिरते जा रहे थे। लेकिन बावजूद इसके कोहली खुलकर खेल रहे थे। कोहली की रणनीति थी कि वो इंग्लैंड की पहली पारी के टोटल के करीब पहुंचे। कोहली की इस रणनीति को पूरा करने के लिए जयंत यादव ने उनका बखूबी साथ निभाया। दिन के आखिर तक विराट अपने स्ट्रेट ड्राइव और स्कैवर कट से अंग्रेज गेंदबाजों को परेशान करते रहे। नतीजा ये हुआ कि विराट ने टेस्ट क्रिकेट में तीसरी डबल सेंचुरी जड़ी। वो भी लगातार तीसरी सीरीज में तीसरी बार दोहरा शतक बनाया। #2 113 Vs किंग्स इलेवन पंजाब, बेंगलुरू ना तो 15 ओवर का मैच और ना ही चोटिल हाथ विराट कोहली को आईपीएल का चौथा शतक बनाने से रोक पाया। विराट कोहली ने आईपीएल 9 के 50वें मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ शानदार शतक बनाया। 15 ओवर के इस मैच में विराट कोहली और क्रिस गेल ने पारी की धुआंधार शुरूआत की और मैदान के चारों ओर लंबे -लंबे शाट्स लगाए। क्रिस गेल ने आउट होने से पहले 73 रन की पारी खेली। जबकि दूसरे छोर से कोहली ने अपना शानदार खेल जारी रखा। आउट होने से पहले गेल ने कोहली के साथ मिलकर स्पिनर के.सी करियप्पा और अक्षर पटेल की जमकर धुनाई की। तो वहीं साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज काइल एबॉट को भी नहीं बख्शा। कोहली ने 50 गेंदों में 113 रन बनाए, जिसकी बदौलत रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु ने सिर्फ 90 गेंदों पर 211 रन का पहाड़ सा स्कोर खड़ा किया। पिछले मैच में गुजरात लॉयंस के खिलाफ फील्डिंग करते हुए कोहली के बाएं हाथ में चोट लगी थी। जिससे उनके हाथ में टांके और बैंडेज लगे थे। लेकिन कोहली की इस पारी के दौरान कभी भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि जिस हाथ से वो लंबे लंबे छक्के जड़े रहे हैं उस हाथ में टांके लगे हुए हैं। विराट ने जिस तरह से अपनी इस पारी का जश्न मनाया उसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये पारी उनके लिए कितनी अहम थी। #1 51 गेंदों में 82* Vs, ऑस्ट्रेलिया, मोहाली विराट की इस पारी को देखकर कहा सकता है कि वो क्यों वो इस समय क्रिकेट जगत के नंबर 1 बल्लेबाज हैं। क्यों 2016 को विराट कोहली का साल कहा जा रहा है। वर्ल्ड टी 20 के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली की 'विराट' पारी 2016 की उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है। ऑस्ट्रेलिया के 160 के जवाब में जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने करते उतरी तो शिखर धवन जल्द ही चलते बने। अब मौका आया विराट कोहली के पास, लेकिन इससे पहले की कोहली सेट हो पाते दूसरे छोर पर खड़े रोहित शर्मा को शेन वॉटसन ने पवेलियन भेज दिया। उस समय भारत का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 37 रन था। इसके बाद सुरेश रैना भी जल्द ही चल दिए। एक बार फिर रैना अपनी कमजोरी से पार नहीं पा सके और शाट बॉल पर वॉटसन को विकेट थमा बैठे। इसके बाद दूसरे छोर पर कोहली का साथ देने आए युवराज सिंह। लेकिन विराट खुद मोर्चा संभालते रहे। युवराज सिंह धीरे-धीरे स्कोर को आगे बढ़ा रहे थे, तभी 21 रन के निजी स्कोर पर वो फॉकनर का शिकार बने। युवराज के आउट होने के बाद भी भारत को जीत के लिए 70 रनों की दरकार थी। दूसरी तरफ कोहली ने 38 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। लेकिन वो जानते थे कि उनके पास समय बहुत कम है। उसके बाद कोहली ने जेम्स फॉकनर की गेंदों पर शानदार स्ट्रोक्स खेले और एक बार फिर वर्ल्ड टी 20 के अहम मुकाबले में टीम इंडिया को जीत दिलाकर सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। विराट ने 51 गेंदों पर नाबाद 82 बनाए।