कोहली की बल्लेबाजी की सबसे शानदार बात ये है कि वो फॉर्मेट के हिसाब से अपने खेल में बदलाव करते हैं। कोहली टेस्ट क्रिकेट के तुरंत बाद वनडे क्रिकेट में अपने गेम को अच्छे से ढालने में माहिर हैं। उन्होंने टेस्ट मैच के ठीक बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार पारी खेली थी। कोहली को अपनी पारी की शुरूआत में ही सबसे बड़ी राहत तब मिली, जब स्लिप में रॉस टेलर ने उनका कैच छोड़ दिया। रोहित शर्मा के आउट होने के बाद धोनी ने खुद को बैटिंग ऑर्डर में ऊपर प्रमोट किया। लेकिन जब धोनी ने कोहली को ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए देखा, तो वो बैकसीट पर आ गए और उन्होंने कोहली को स्ट्राइक पर रहने के पूरे मौके दिए। कोहली टिम साउदी की गेंदों पर लेग साइड में ऐसे शॉट्स मार रहे थे मानो साउदी तेज गेंदबाज नहीं कोई स्पिनर हों। जब कोहली शतक जड़ने के करीब पहुंचे ही थे कि धोनी 54 रन बनाकर चलते बने। अभी भी भारत को जीत के लिए 10 ओवर में 73 रन चाहिए थे। कोहली ने अपना शतक पूरा करते हुए संगकारा के वनडे शतकों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ा। लेकिन विराट को पता था अभी उनका काम पूरा नहीं हुआ है। शतक बनाने के बाद भी विराट ट्रेंट बाउल्ट और टिम साउदी पर अपना कहर बरपाते रहे। विराट कोहली की ये शतकीय पारी कितनी शानदार थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है विराट ने दुनिया सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार ट्रेंट बाउल्ट की गेंद पर स्ट्रेट डाड्रव सिक्स लगाया। शायद ही किसी बल्लेबाज ने क्रिकेट गेंद को इतने क्लीन तरीके से बैट का पूरा फेस खोलकर हिट किया होगा।