पोर्ट एलिज़ाबेथ में भारतीय क्रिकेट टीम ने एक साथ दो इतिहास रचते हुए सीरीज़ पर कब्ज़ा जमा लिया था। 6 मैचों की सीरीज़ में मेहमान टीम दक्षिण अफ़्रीका पर 4-1 की निर्णायक बढ़त के साथ अब आख़िरी वनडे में आज सेंचुरियन के मैदान पर दो-दो हाथ करने फिर उतरेगी। काग़ज़ पर तो अब इस मैच का कोई महत्व नहीं है, लेकिन मानसिक लड़ाई अभी बाक़ी है। टीम के कप्तान विराट कोहली ने पहले ही साफ़ कर दिया है 5-1 से सीरीज़ जीतना ही उनका मक़सद है।
4-2 नहीं 5-1 आएगा हमें ज़्यादा रास: विराट कोहली
पोर्ट एलिज़ाबेथ वनडे में जीत के बाद विराट कोहली ने साफ़ तौर पर प्रोटियाज़ को चेता दिया था कि सीरीज़ भले ही जीत गई है टीम इंडिया लेकिन आख़िरी वनडे में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। सेंचुरियन वैसे भी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इस दौरे में घर जैसा अहसास कराता आया है, टेस्ट में हार ज़रूर मिली थी लेकिन पिच भारतीय गेंदबाज़ों के लिए मददगार रही थी। विराट कोहली ने इसी मैदान पर टेस्ट में 153 रनों की लाजवाब पारी खेली थी और फिर यहां खेले गए दूसरे वनडे में युज़वेंद्र चहल ने 5 जबकि कुलदीप यादव ने 3 विकेट झटके थे। दूसरे वनडे और अब में ज़्यादा वक़्त नहीं गुज़रा है लिहाज़ा पिच में कुछ बहुत बड़ा बदलाव आए इसी गुंजाइश न के बराबर दिखती है।
प्रोटियाज़ टीम के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई
टीम इंडिया ने जहां सीरीज़ पर कब्ज़ा करते हुए इतिहास रच दिया है तो मेज़बान टीम की नज़र एक ऐसे रिकॉर्ड से बचने की होगी जो उन्हें आज तक केवल एक बार देखने को मिला है। प्रोटियाज़ को उन्हीं के घर में सिर्फ़ ऑस्ट्रेलिया ने एक सीरीज़ के 5 वनडे में शिकस्त दी है जब 2002 में 7 मैचों की सीरीज़ में दक्षिण अफ़्रीका 1-5 से हार गई थी और एक मैच टाई रहा था। लिहाज़ा इस मैच को जीतकर कम से कम उस शर्मनाक रिकॉर्ड को बचाने की कोशिश ज़रूर एडेन मार्करम की टीम करना चाहेगी।
पिंच का पेंच और मौसम का मिज़ाज
सेंचुरियन की पिच और नागपुर की पिच में इस दौरे पर कोई ज़्यादा फ़र्क़ देखने को नहीं मिला है। पिच पर उछाल तो मिला है लेकिन गेंद बल्ले पर काफ़ी धीमी आती है और स्पिनर्स के लिए तो ये जन्नत से कम नहीं है। टेस्ट मैच में जहां आर अश्विन ने कमाल की गेंदबाज़ी की थी तो दूसरे वनडे में चहल और कुलदीप की जोड़ी ने आपस में 8 विकेट झटकते हुए मेहमान टीम को 9 विकेट से जीत दिलाने में अहम योगदान दिया था। हालांकि पिच क्यूरेटर को उस मैच के बाद काफ़ी फटकार लगी थी, लेकिन इतने कम समय में वह पिच को कितना बदल पाएंगे कहना मुश्किल है। लिहाज़ा एक बार फिर इस पिच पर स्पिनर्स का कमाल जारी रहे तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। बात अगर मौसम की करें, तो मैच के दिन बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
विराट कोहली की टीम में फेरबदल तय
सीरीज़ जीतने के बाद ज़ाहिर कोहली अब चाहेंगे कि उन खिलाड़ियों को भी आज़माया जाए जो अब तक बेंच पर बैठे थे ताकि लगातार खेल रहे खिलाड़ियों को आराम मिल सके। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार में से कम से कम एक को तो आराम मिलना तय है। उनकी जगह मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर प्लेइंग-XI का हिस्सा बन सकते हैं। साथ ही साथ सेंचुरियन की पिच को देखते हुए अगर अक्षर पटेल को तीसरे स्पिनर के तौर पर कोहली खिलाएं तो हैरानी नहीं होगी, क्योंकि श्रेयस अय्यर ने वैसे भी बल्ले और फ़ील्डिंग दोनों ही जगह निराश किया है। हालांकि मनीष पांडे और दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ी भी अपने मौक़े के इंतज़ार में होंगे। साथ ही साथ नंबर-4, 5 और 6 पर चली आ रही परेशानी ने कोहली की चिंता और बढ़ा दी है। भारत ने पिछले दो मैचों में आख़िरी के 10 ओवरों में 55 और 59 रन ही हासिल किए हैं, ऐसे में उम्मीद होगी इस मैच में बल्लेबाज़ी क्रम में भी कोहली कुछ फेरबदल करें। दूसरी तरफ़ दक्षिण अफ़्रीका ने अपने सभी अहम खिलाड़ियों को टी20 सीरीज़ से आराम दे दिया है, ऐसे में वह इस मैच के लिए कोई बड़ा फेरबदल करें इसकी संभावना कम ही लगती है। हां, सेंचुरियन की पिच को देखते हुए इमरान ताहिर को एक बार फिर अंतिम-11 में शामिल किया जा सकता है। भारत संभावित-XI: रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, एम एस धोनी, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और युज़वेंद्र चहल दक्षिण अफ़्रीका संभावित-XI: एडेन मार्करम, हाशिम अमला, जेपी डुमिनी, एबी डीविलियर्स, डेविड मिलर, हेनरिक क्लासेन, एंडिले फ़ेलुकवायो, कगिसो रबाडा, लुंगी एनगीडी, तबरेज़ शम्सी और इमरान ताहिर/मोर्न मोर्केल