एशिया कप से भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज खलील अहमद ने सीनियर खिलाड़ियों को सपोर्टिव बताया है। उन्होंने अभी सिर्फ 9 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं लेकिन विराट कोहली और रोहित शर्मा से आजादी मिलने की बात कहते हुए इन दोनों की जमकर तारीफ की है।
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत करते हुए खलील ने कहा कि भारतीय टीम में पहली बार शामिल करने पर मैं नर्वस था। आगे उनका कहना था कि सीनियर खिलाड़ियों के बिना यह होना संभव नहीं था। भगवान की कृपा से यह सपने की सवारी थी और मैं इसे जी रहा हूं। खलील अहमद ने सीनियर खिलाड़ियों के बारे में कहा कि विराट भाई और रोहित भाई ने मुझे गेंद के साथ खुद की अभिव्यक्ति की आजादी प्रदान की इसलिए मैं ऐसा कर पाया। उनके समर्थन के बिना यह संभव नहीं था।
इसके अलावा महेंद्र सिंह धोनी के बारे में भी इस युवा गेंदबाज ने कहा कि मैं स्लिप में फील्डर वाइड खड़ा कर सकता हूं क्योंकि मुझे पता है वहां माही भाई है। एक गेंदबाज के रूप में यह विश्वास बहुत बड़ा है। उन्होंने मुझे हमेशा लाइन और लेंथ पर फोकस करने के लिए प्रेरित किया।
गौरतलब है कि एशिया कप में हांगकांग के खिलाफ खेले गए पहले मैच में भारतीय टीम की स्थिति एक समय बेहद खराब थी। खलील अहमद ने दो विकेट झटकते हुए टीम इंडिया की वापसी कराई और मैच में जीत दर्ज करने में अहम योगदान दिया। इसके बाद उन्होंने लगातार प्रभावित करने वाली गेंदबाजी की है। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीमित ओवर सीरीज में भी उन्हें टीम में शामिल किया गया था।
ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर खलील अहमद का कहना था कि वहां कुछ दिन पहले जाकर परिस्थितियों में खुद को ढालना बेहतर होगा। इससे प्रदर्शन में असर देखने को मिल सकता है। उल्लेखनीय है कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज भारत के लिए सफल रहते हैं और अब खलील अहमद कहां तक जाएंगे, यह समय आने पर ही पता चलेगा।
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