भारत पाकिस्तान के बीच खेला जाने वाला कोई भी मैच हाई वोल्टेज मैच होता है और अगर बात विश्व कप की हो तो खेल का दबाव व तीव्रता और भी अधिक बढ़ जाती है। एडिलेड में ओवल का मैदान उस दिन जंगी मैदान में तब्दील हो चुका था। ड्रम की ध्वनि, हॉर्न की तेज आवाजें, चारों तरफ नाच और गाने के माहौल में जीत से ज्यादा एक दूसरे को हराने की धुन थी। एक विशेष वातावरण में एक विशेष प्रदर्शन अनिवार्य था और इस दौरान विराट कोहली ने एक विशेष पारी खेली। विराट इस पारी से भी ज्यादा बेहतर और भी पारियां हो सकती हैं लेकिन मंच, अवसर, दबाव और विपक्ष को देखते हुए यह एक इसे एक विशेष पारी में गिना जायेगा। रोहित शर्मा के आउट होने के बाद विराट कोहली भारतीय पारी के 8वें ओवर में बल्लेबाजी करने आये। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार टेस्ट सीरीज़ के बाद कोहली रनों से कम थे, वह त्रिकोणीय सीरीज और वार्म-अप मैच में भी कुछ भी अच्छा नहीं कर पाए थे। इस प्रकार, कोहली ने धीमी शुरुआत की। लेकिन एक बार सेट होने के बाद उन्होंने सुनिश्चित किया कि वह एक बड़ी पारी खेलेंगे और फिर कोहली ने अपना 22 वां वनडे शतक जड़ दिया। धवन (73) और रैना (74) के साथ तत्कालीन भारतीय उप-कप्तान ने 100 रन की भागीदारी की और भारत का स्कोर 300 के पार पहुंचाया। एक शानदार 107 रन बनाने के बाद कोहली ने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में सैकड़ा जमाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।