#4 115 बनाम ऑस्ट्रेलिया (नागपुर) - 2013
2013 में विराट कोहली सबसे प्रतिभावान बल्लेबाजों में से एक थे और तब तक वह बल्लेबाजी लाइन-अप में भारतीय टीम के मजबूत स्तंभ बन गए थे। वह धीरे धीरे एक एक चेस मास्टर के रूप में बदल चुका था। उन्होंने बड़े पैमाने के स्कोर का पीछा करते हुए 18 महीनों में 3 अलग-अलग जगहों पर 3 मास्टरक्लास स्कोर बनाए थे। 2013 में ऑस्ट्रेलिया के भारत में सीमित ओवरों के दौरे के दौरान प्रत्येक मैच में 300 रन बनाए गए थे। भारत के खिलाफ 2-1 से आगे चल रही ऑस्ट्रेलिया ने नागपुर के छठे वनडे में 350 का विशाल स्कोर बनाया था। जवाब में, भारत ने सलामी बल्लेबाज के साथ 178 रनों की मजबूत शुरुआत की। 30वें ओवर में भारत का स्कोर 178-1 होने पर कोहली बल्लेबाजी करने उतरे। इससे पहले श्रृंखला में उन्होंने किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज शतक जमाया था जो भारत को 360 रनों का पीछा करने में कारगर साबित हुआ था। लेकिन यहां भारत को अभी भी 20 ओवर में 173 रन की जरूरत थी। लेकिन कोहली ने उम्मीद से बेहतरीन प्रदर्शन का नजारा पेश किया। विराट ने सिर्फ 66 गेंद पर 115 रन की जानदार पारी खेलकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर दिया था। जयपुर और नागपुर की पारियों के बीच का मुख्य अंतर भारत की स्थिति का था। जयपुर में रोहित शर्मा ने पूरी पारी में बल्लेबाजी की लेकिन यहां नागपुर में अच्छी शुरुआत के बाद भारत ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और जिस दौरान कोहली ने अपना धुआंधार प्रदर्शन किया। मैदान के चारों ओर रन बनाने के दौरान उन्होंने 66 गेंद में 18 चौके और 1 छक्के लगाए। एक अन्य बेहतरीन चेस करते हुए मास्टरक्लास बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और भारत ने सीरीज 2-2 से बराबर कर दी जिसके बाद भारत ने आखिरी वनडे में जीत हासिल करके सीरीज अपने नाम की।