#2 183 बनाम पाकिस्तान (एशिया कप, ढाका)- 2012
भारत और पाकिस्तान के बीच मैच दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण दुर्लभ हो गया था इसलिए यह एक बहुसंख्यक टीम का इवेंट था, जिसमें दो कट्टर-प्रतिद्वंदी टीमों ने एक-दूसरे का सामना किया था। यह लगभग एक वर्ष बाद था जब दोनों टीमें एकदूसरे के आमने सामने थी क्योंकि इन दोनों का आखिरी बार सामना 2011 के विश्व कप के सेमीफाइनल में हुआ था और इस चरण को भारत के लिए जरूरी मैच जीतने के साथ फिर से सेट किया गया था। सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज और नासिर जमशेद की शतकीय पारियों की बदौलत पाकिस्तान ने 329 का बेहतरीन स्कोर बनाया। 330 के लक्ष्य के साथ भारत ने पहले ही ओवर में गौतम गंभीर का विकेट खो दिया। जब कोहली नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने आये तो उसका इरादा स्पष्ट था। विराट कोहली ने सभी गेंदबाजों की जमकर खबर ली और अपने बल्लेबाजी के हर एक तीर को जमकर चलाया। सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा के साथ महत्वपूर्ण रन जोड़े और कोहली ने आवश्यक रन-रेट को हमेशा बनाए रखा। कोहली ने समझदारी भरी और परिपक्व बल्लेबाजी करते हुए समय समय पर सुनियोजित जोखिम लिये। विराट ने 211 मिनट के लिए बल्लेबाजी की और 148 गेंदों पर लाजवाब 183 रनों के साथ भारत को 2 ओवर शेष रहते हुए 330 के आंकड़े को पार करने में अपनी यादगार भूमिका निभायी।