किसी भी विपक्षी टीम के लिए भारत के खिलाफ मैच में पहला लक्ष्य होता है विराट कोहली का विकेट झटकना। कोहली की सबसे बड़ी खासियत है कि दबाव में उनका खेल और निखर जाता है और लक्ष्य का पीछा करने में तो उनकी कोई बराबरी ही नहीं है। टी20 क्रिकेट में कहा जाता है कि कोई भी बल्लेबाज लगातार रन नहीं बना सकता और रन बनाने के लिए लम्बे-लम्बे छक्के लगाने ही पड़ते हैं लेकिन कोहली ने इस बात को भी गलत साबित कर दिया। भारतीय कप्तान कोहली का टी20 औसत 53.97 है जो विश्व में किसी भी बल्लेबाज में सर्वश्रेष्ठ है। कोहली के बाद सबसे अच्छा औसत जो रूट का है जो 39.10 है। इससे कोहली के खेल का स्तर पता चल जाता है। इसके अलावा टी20 में सबसे ज्यादा अर्द्धशतक जमाने का रिकॉर्ड भी कोहली के नाम ही है। रनों कि बात कि जाये तो 1943 रनों के साथ कोहली इस मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर हैं। ऐसा नहीं है कि कोहली पिच पर आकर बल्ला चलाना शुरू कर देते हैं बल्कि बिना जोखिम उठाये भी तेजी से रन बनाते हैं। फिर भी उनका औसत 54 का है और स्ट्राइक रेट 140 के आसपास का है। वर्तमान में कोहली एकदिवसीय और टी20 दोनों में विश्व के नंबर 1 बल्लेबाज हैं। आज विराट 29 साल के हो गये है, इस मौके पर हम उनके 5 सर्वश्रेष्ठ टी20 पारी के बारे में बात करेंगे: 5. 89 नाबाद बनाम वेस्टइंडीज- मुंबई, वर्ल्ड टी20 (2016) भारत में पहली बार टी20 विश्व कप का आयोजन हो रहा था और भारतीय टीम शानदार फॉर्म में चल रही थी, इसलिए सभी को टीम से काफी उम्मीदें थी। पहले मैच में न्यूज़लैंड के हाथों बुरी तरह हार के बाद भारत ने तीन मैच लगातार जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई जहाँ सामने वेस्टइंडीज की टीम थी। कोहली उस प्रतियोगिता में शानदार फॉर्म में चल रहे थे और उन्होंने 4 लीग मैचों में 23, 55, 24 और 82 का स्कोर बनाया था। वानखेड़े स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम का स्कोर आठवें ओवर में 62/1 था तभी कोहली बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे। कोहली को दूसरी ही गेंद पर वेस्टइंडीज की टीम ने मौका दे दिया जब वो उन्हें रनआउट करने में असफल रहे। लेकिन उसके बाद कोहली ने रुकने का नाम ही नहीं लिया और 47 गेंदों में 89 रन ठोक डाले। एक समय भारत का स्कोर 16 ओवरों में 128/2 था और लग रहा था कि बल्लेबाजी के लिए आदर्श इस पिच पर भारत का स्कोर कम रह जायेगा लेकिन कोहली के मास्टर क्लास ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। कोहली विकेट ने बीच में काफी तेजी से दौड़ भी लगा रहे थे और समय-समय पर गेंद को सीमारेखा के बाहर भी भेज रहे थे। जिसकी मदद से भारतीय टीम 20 ओवरों में 192 रन बनाने में सफल रही। हालांकि, कोहली की यह पारी बेकार चली गयी और वेस्टइंडीज ने 2 गेंद शेष रहते जीत हासिल कर ली। उनकी इस जीत में भारतीय गेंदबाजों का लचर प्रदर्शन का भी काफी योगदान था। कोहली ने इस विश्वकप में शानदार बल्लेबाजी की और 273 रनों के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। 2. 90 बनाम ऑस्ट्रेलिया- एडिलेड (2016) टी20 सीरीज से पहले हुए 5 एकदिवसीय मैचों की सीरीज में कोहली ने 381 रन बनाये थे और चौथे मैच के बाद कोहली ने कहा था कि अभी इस दौरे के 4 मैच बाकि है (1 एकदिवसीय और 3 टी20) और भारत इस दौरे को 4-4 के साथ खत्म करना चाहेगी। भारतीय टीम ने ऐसा ही किया और बाकि सभी मैचों में जीत हासिल की। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम 5 ओवरों में 41 रनों पर थी और उस समय समय विराट 1 रनों पर थे और भारत का दूसरा विकेट उसी समय गिर गया। कोहली ने उसके बाद कमान अपने हाथ में संभाली और भारत को 188 तक पहुँचा दिया। उन्होंने इस मैच में 55 गेंदों पर 90 रनों की पारी खेली। उन्होंने जैसे पारी खेली वह काबिले तारीफ थी। शुरुआत में उन्होंने विकेट के बीच में दौड़कर रन बनाये लेकिन नजरें जमने के बाद कोहली ने चौके-छक्के लगाने शुरू कर दिए। उनकी इस पारी की वजह से भारत ने यह मैच 37 रनों से अपने नाम किया। 3. 72 बनाम दक्षिण अफ्रीका- ढाका, वर्ल्ड टी20 (2014) 2014 टी20 विश्वकप में भारतीय टीम शानदार फॉर्म में चल रही थी। टीम ने चारों लीग मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई जहाँ उसका मुकाबला दक्षिण अफ्रीका की टीम से होने वाला था। अफ़्रीकी टीम भी इस मैच को जीतकर सेमीफाइनल में मिल रही हार के सिलसिले को तोड़ना चाह रही थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए फाफ डू प्लेसी के अर्द्धशतक और डुमिनी एवं मिलर के महत्वपूर्ण योगदान की बदौलत प्रोटियास टीम ने 172 रन बनाये। भारतीय टीम को ठीकठाक शुरुआत मिली और साझेदारियां भी बनी। विराट कोहली काफी अच्छे फॉर्म में चल रहे थे और चौथे ओवर में बल्लेबाजी करने पहुंचे। उन्होंने दबाव कम किया और टीम को जीत तक पहुंचा दिया। कोहली ने अपनी इस पारी में 44 गेंदों पर 72 रन बनाये जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे। इस पारी में कोहली ने इतने कम चौके छक्के के बावजूद 163.63 की स्ट्राइक रेट से रन बनाये। कोहली ने जिस तरह लक्ष्य का पीछा किया वह देखने लायक था। उन्होंने अपने बूते ही भारत को विश्वकप के फाइनल तक पहुंचा दिया लेकिन फाइनल में भारत को श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा। कोहली ने इस विश्वकप में 106.33 की औसत से 319 रन बनाये थे और मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट थे। 2. 55 बनाम पाकिस्तान- कोलकाता वर्ल्ड टी20 (2016) विराट कोहली 2016 विश्वकप से पहले शानदार फॉर्म में चल रहे थे और उन्होंने विश्वकप शुरू होने से पहले 7 पारियों में 136 की औसत से 353 रन बनाये थे। पहले मैच में न्यूज़ीलैंड के हाथों हार के बाद भारतीय टीम को प्रतियोगिता में बने रहने के लिए जीत काफी जरूरी थी और सामने थी चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान की टीम और भारत अभी तक किसी भी विश्वकप मैच में पाकिस्तान से नहीं हारा है। बारिश से बाधित मैच में पाकिस्तान ने ईडन गार्डन की मुश्किल पिच पर 18 ओवरों में 118 रन बनाये। यह लक्ष्य भी मुश्किल दिखने लगा जब 5 ओवरों में भारत का स्कोर 23/3 हो गया था। उसके बाद कोहली ने पारी सम्भाली और 37 गेंदों पर 55 रन बनाकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। उन्होंने काफी अच्छी तरह दबाव को झेला और करीब 149 की स्ट्राइक-रेट से बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की विश्वकप में भारत पर जीत के मंसूबे को सफल नहीं होने दिया। 1. 82 बनाम ऑस्ट्रेलिया- मोहाली वर्ल्ड टी20 (2016) भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमों के लिए यह करो या मरो वाला मुकाबला था क्योंकि विजेता टीम विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंचती जबकि हारने वाली टीम का सफर खत्म हो जाता। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 20 ओवरों में 160 रन बनाये, जो अच्छा स्कोर दिख रहा था क्योंकि बाद में पिच धीमा होने की उम्मीद थी। एक बार फिर भारत की शुरुआत खराब हुई और 8 ओवरों में टीम का स्कोर 49/3 हो गया और उस समय कोहली 13 रन बनाकर पिच पर जमे थे। टीम की हालत और ज्यादा खराब हो गयी जब युवराज दूसरी ही गेंद खेलने में चोटिल हो गये और ना ही रन दौड़ पा रहे थे और ना ही उनसे चौके-छक्के लग रहे थे। दूसरे छोड़ पर कोहली थोड़ी बहुत जोखिम भरे शॉट खेलकर जरूरी रन रेट को बढ़ने नहीं दे रहे थे। जब युवराज 14वें ओवर की आखिरी गेंद पर आउट हुए उस समय भारत को जीत के लिए 6 ओवरों में 66 रन बनाने थे और कोहली 30 गेंदों में 35 रन बनाकर खेल रहे थे। लेकिन अंतिम 6 ओवरों में कोहली ने जादुई पारी खेलते हुए 51 गेंदों में 82 रन बनाये, जिसमें उन्होंने अंतिम 47 रन 20 गेंदों में बना डाले। इस पारी में कोहली का स्ट्राइक रेट 161 था और उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के लगाये। इस पारी को कोहली कि सर्वश्रेष्ठ टी20 पारी माना जा सकता है क्योंकि उन्होंने अपनी इस पारी से अकेले दम पर टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचा दिया। लेखक- साहिल जैन अनुवादक- ऋषिकेश सिंह