इंग्लैंड की टीम ने भारत का दौरे की शुरुआत काफी अच्छी की थी। पहले टेस्ट की पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने और दूसरी पारी में सधा खेल दिखने के बाद इंग्लैंड की टीम जीत दर्ज करने ही वाली थी लेकिन कोहली के नाबाद 49 रनों की पारी की वजह से भारत मैच ड्रॉ करवाने में सफल हो गया। विशाखापट्टनम में हुए दूसरे टेस्ट मैच में भी इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को शुरूआती झटके दिए और टीम का स्कोर 22/2 हो गया और 5वें ओवर में ही कोहली को बल्लेबाजी करने आना पड़ा। कोहली ने अपना अच्छा फॉर्म बरकरार रखा और पुजारा के साथ 226 रनों की साझेदारी बनाकर भारत को शुरूआती झटकों से उभार दिया। कोहली के 167 रनों की मदद से भारत पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने में सफल हो गया। कोहली की इस पारी की सबसे खास बात रही की पहले उन्होंने दवाब को कम किया और फिर गेंदबाजों पर टूट पड़े। वह यहीं नहीं रुकी बल्कि खराब हो चुकी पिच पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने दूसरी पारी में 81 रनों का योगदान दिया। उस 81 रनों की पारी की अहमियत इससे साफ हो जाती है कि उस पारी में कोई भी अन्य भारतीय बल्लेबाज 30 रनों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया और पूरी भारतीय टीम 204 ही बना पाई। कोहली में इस मैच में अच्छी गेंदबाजी कर रहे ब्रॉड और रसीद का सामना काफी खूबसूरती से किया और भारत को सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाने में मदद की।