ये सिर्फ़ आत्मविश्वास ही है जो विराट कोहली को सभी खिलाड़ियों से अलग बनाता है। वो जिस अंदाज़ मे बल्लेबाज़ी करते हुए नज़र आ रहे हैं, महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने में काफ़ी हद तक सक्षम हैं। ऐसा मानना है कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का। शर्मा को कोहली की बल्लेबाज़ी में कोई भी तकनीकी कमी नज़र नहीं आती। उनकी शानदार बल्लेबाज़ी उन्हें एक अलग ही स्तर पर ले जा रही है जिसका जीता जागता नमूना हम वर्ल्ड टी-20 और आईपीएल में देख चुके हैं। राजकुमार शर्मा ने कहा, “वो अभी बेहतरीन फॉर्म मे चल रहे हैं। जहां तक मेरी याददाश्त काम करती है मैंने कभी भी किसी भारतीय बल्लेबाज़ को इस तरह एक समान बल्लेबाज़ी करते हुए नहीं देखा है। यहां तक कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी ऐसे ज़्यादा बल्लेबाज़ नहीं हैं जिन्होंने कोहली की तरह लगातार एक समान प्रदर्शन किया हो। उनकी बल्लेबाज़ी को देखकर ऐसा लग रहा है कि वो तेंदुलकर के सभी रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं”। साल 2014 में इंग्लैंड दौरे पर कोहली पूरी तरह नाकाम रहे थे और 5 टेस्ट मैच में वो एक अर्धशतक भी नहीं बना पाये थे, कोहली ने उस दौरे को काफ़ी जल्दी ही भुला दिया और उसके बाद जिस अंदाज़ में वो बल्लेबाज़ी कर रहे हैं उन्होंने अब तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा है। इंग्लैंड दौरे पर सामने आई अपनी कमियों को तेज़ी से पूरा करते हुए कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैच में लगातार चार शतक लगाकर खुद पर उठे सवाल का करारा जवाब दिया। कोहली अपनी बल्लेबाज़ी के लिए नेट में जितना पसीना बहाते हैं उतना ही ख्याल वो अपनी फ़िटनेस का भी रखते हैं। यही कारण है जो कोहली आज उन ऊंचाइयों पर पहुँच चुके हैं जहां पहुंचना हर बल्लेबाज़ का सपना होता है, और शायद यही वो वजह भी है कि कोहली सचिन के बनाए कीर्तिमान तक पहुँच सकते हैं।