SAvIND: सेंचुरियन टेस्ट में विराट कोहली द्वारा लिए गये ऐसे फ़ैसले जो सभी के समझ से परे थे

कप्तानी एक ऐसा कार्य है जिसमें जोखिम तो है तो ईनाम भी है। एक कप्तान हर मौके पर वही करता है जो उस समय उसे सही लगता है। अगर टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो कप्तान की वाहवाही होती है तो टीम ख़राब प्रदर्शन करती है तो उनका जिम्मेदार भी कप्तान को ही माना जाता है। सेंचुरियन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय कप्तान विराट कोहली द्वारा लिया गया कुछ फैसला सही साबित नहीं हुआ और इसी वजह से वह आलोचना झेल रहे हैं। आज हम आपको ऐसे 4 फैसलों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से विराट कोहली को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है:

#4 शमी को कम गेंदबाज़ी देना

मैच के चौथे दिन चौथे दिन मोहम्मद शमी भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज थे। पहले बदलाव के रूप में गेंदबाजी करने आये शमी ने पहले ओवर में 2 चौके खाने के बाद वापसी करते हुए 7 ओवर के स्पेल में 3 विकेट हासिल किये।

हालांकि, उसके बाद पूरे दिन में उन्हें सिर्फ 2 और ओवर मिले और उसमें भी उन्होंने 1 विकेट झटक दिया। यह माना जा सकता है कि वह लंच के 1 घंटे बाद तक थके थे लेकिन उसके बाद भी उन्हें गेंदबाजी नहीं देना समझ के परे है। #3 इशांत शर्मा से चौथे दिन की शुरुआत में गेंदबाज़ी करवाना

चौथे दिन के शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 90-2 था और भारतीय टीम को जल्दी-जल्दी विकेट हासिल करने की जरूरत थी। कोहली ने गेंदबाजी की शुरुआत जसप्रीत बुमराह से करवाई लेकिन उम्मीद की जा रही थी कि दूसरे छोर से गेंदबाजी की कमान मोहम्मद शमी या आर अश्विन को दी जाएगी लेकिन कप्तान ने इशांत शर्मा पर भरोसा दिखाया और वह विकेट हासिल करने में असफल रहे और डीविलियर्स ने एल्गर के साथ मिलकर बड़ी साझेदारी बना दी। शमी उस पिच पर गेंद को स्विंग कराने में सफल रहे थे और अश्विन ने भी नई गेंद से अच्छी गेदबाजी की थी। इशांत शर्मा की भूमिका टीम में ऐसे गेंदबाज की है जो सटीक लाइन लेंथ से रन रोककर विपक्षी टीम पर दवाब बनाये। इसलिए चौथे दिन की शुरुआत में उनसे गेंदबाजी करवाने का फैसला सही नही लगता।

#2 पार्थिव पटेल को रोहित शर्मा से पहले बल्लेबाज़ी के लिए भेजना

दूसरे टेस्ट मैच की अंतिम पारी में भारतीय टीम के 3 विकेट गिरने के बाद 5वें स्थान पर रोहित शर्मा की जगह पार्थिव पटेल बल्लेबाजी करने उतरे। इसके कारण कई हो सकते हैं-

  1. दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों का कॉम्बिनेशन
  2. दिन के कुछ ही ओवर बचे थे इसलिए रोहित शर्मा को बचा कर रखना
  3. पिच पर बाएं हाथ के बल्लेबाज के ऑफ स्टंप पर दाएं हाथ के बल्लेबाज से पिच का कम खराब होना।

इन सब में से कोई भी कारण हो लेकिन क्रिकेट में हमेशा बेहतर बल्लेबाज को ऊपर भेजा जाता है इसलिए रोहित से ऊपर पार्थिव पटेल का आना किसी को समझ नहीं आया।

#1 भुवनेश्वर कुमार को टीम से बाहर करना

केपटाउन में हुए पहले टेस्ट मैच में भारत के लिए 2 ही खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया एक हार्दिक पांड्या और दूसरे भुवनेश्वर कुमार। भुवनेश्वर कुमार ना सिर्फ भारत के सबसे बेहतरीन गेंदबाज थे बल्कि भारत की तरफ से सबसे ज्यादा गेंदों का भी सामना भी किया था। मैच की पहली पारी में शुरू के 6 ओवर में ही 3 विकेट झटक कर भुवी ने भारतीय टीम की उम्मीद जगा दी थी। ऐसा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को टीम से बाहर रखकर आप क्या सन्देश देना चाहते हैं? इससे किसी भी खिलाड़ी का आत्मविश्वास नीचे गिर सकता है और अन्य खिलाड़ियों के मन में भी यह डर बैठ सकता है कि आप कितना भी बेहतर प्रदर्शन करें, आपको टीम से बाहर बैठाया जा सकता है। किसी भी स्तर के खेल में यह जरुरी होता है कि कप्तान बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अपने खिलाड़ी के साथ खड़ा रहे ना की उसे टीम से बाहर कर दे। लेखक- सक्षम मिश्रा अनुवादक- ऋषिकेश कुमार