भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने अनुबंधित खिलाड़ियों का वेतन दोगुना कर दिया, लेकिन यह पाया गया है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने वार्षिक वेतन से खुश नहीं है। फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई ने हाल ही में इस वर्ष के अपने अनुबंधित खिलाड़ियों के वार्षिक वेतन की घोषणा की। ग्रेड 'ए' के खिलाड़ियों की फीस 1 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2 करोड़ रुपए कर दी है। ग्रेड 'बी' और 'सी' के खिलाड़ियों का वेतन बढ़ाकर क्रमशः 1 करोड़ व 50 लाख रुपए कर दिया है। मगर कप्तान कोहली इससे खुश नहीं है और उन्होंने प्रशासकों की समिति (सीओए) से ग्रेड 'ए' में शामिल खिलाड़ियों को कम से कम 5 करोड़ रुपए देने की मांग की है। ग्रेड 'बी' में शामिल खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपए जबकि ग्रेड 'सी' के क्रिकेटरों को 1।5 करोड़ रुपए देने की मांग की है। रिपोर्ट के मुताबिक कोहली की मांग का प्रमुख कारण यह है कि उन्हें अन्य देशों की तुलना में कम वेतन मिल रहा है। यह दावा किया जा रहा है कि कोहली और अन्य भारतीय खिलाड़ी इससे खुश नहीं है क्योंकि उन्हें अपने मनमुताबिक वेतन नहीं मिल रहा है। टेस्ट व वन-डे के लिए अलग-अलग वार्षिक अनुबंध की मांग रखी गई है। यह मामला सीओए ने संज्ञान में लिया है और वह अपनी अगली बैठक में इस पर विचार करेगी। अपने वेतन को वैश्विक स्तर पर कम पाते हुए भारतीय क्रिकेटरों ने विश्व के सबसे अमीर बोर्ड से वेतनवृद्धि की मांग की है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का मौजूदा बजट करीब 510 करोड़ रुपए का है। हालांकि उसने इस मांग पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इसे ख़ारिज नहीं होने दिया। बीसीसीआई अधिकारियों को इस विकास की जानकारी थी और उन्होंने कहा कि सीओए की बैठक हैदराबाद में 5 अप्रैल को होगी और उन्होंने क्रिकेटरों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के समाप्त होने तक इंतजार करने के लिए कहा। पूर्व कैग प्रमुख और शीर्ष सीओए अधिकारी विनोद राय ने कहा, 'इस मामले में टिपण्णी करना जल्दबाजी होगी। यह एजेंडा 5 अप्रैल 2017 को विचार में लाया जाएगा, जिस दिन बैठक तय हो चुकी है।'