विराट कोहली ने 200 रन की अपनी पारी के दौरान छक्का नहीं लगाने की वजह बताई

विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने एंटीगुआ में खेले गए पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज को एक पारी और 92 रन से हराकर एशिया के बाहर सबसे बड़ी जीत दर्ज की। हालांकि मैच के बाद विराट ने कहा कि उन्हें इसका जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह घर से दूर उनकी सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने इसके साथ ही बताया की 200 रन की अपनी पारी के दौरान एक भी छक्का क्यों नहीं लगाया। विराट ने बताया कि भारतीय टीम के प्रमुख चयनकर्ता संदीप पाटिल से उनकी बात हुई थी और इसलिए उन्होंने 283 गेंदों की अपनी पारी के दौरान एक भी छक्का नहीं लगाया। विराट कोहली (200) और रविचंद्रन अश्विन (113) ने उम्दा पारियां खेली और भारतीय पारी में चार छक्के लगे, लेकिन एक भी छक्का इन दोनों के बल्ले से नहीं लगा। शिखर धवन और रिद्धिमान साहा ने एक-एक जबकि मोहम्मद शमी ने दो छक्के उड़ाए। कोहली का स्ट्राइक रेट अन्य भारतीय बल्लेबाजों की तुलना में काफी अधिक था, लेकिन उन्होंने एक भी छक्का नहीं जमाया जो उनकी बल्लेबाजी तकनीक को साबित करता है कि वह किस ऊंचाई तक पहुंच चुके हैं। मैच के बाद कोहली ने कहा, 'आधुनिक दिनों के बल्लेबाजों के लिए एक चुनौती रहती है, उन्हें बदलते प्रारूपों के हिसाब से अपने आप को ढालना होता है। अगर आपको सर्वश्रेष्ठ बनना है तो खुद को अच्छे से हर प्रारूप में ढालना होगा। संदीप पाटिल ने मुझसे पूछा कि मैं पारी के दौरान छक्का लगाऊंगा तो मैंने कहा कि पांच बल्लेबाजों के साथ खेल रहा हूं इसलिए छक्का नहीं लगाऊंगा।' मैच से पहले कोहली ने कहा था, 'पांच बल्लेबाजों पर छठें बल्लेबाज को बनाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी और वह अपने वादे पर खुद खरा उतरे और पहला दोहरा शतक बनाया। पारी के दौरान एक भी छक्का नहीं मारने की कोहली की वजह यह थी कि वह टीम में अलग भूमिका निभा रहे थे। यह जानते हुए कि उनके बल्ले पर गेंद अच्छी तरह आ रही है, बावजूद इसके उन्होंने हवा में शॉट खेलने का कोई जोखिम नहीं उठाया क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि उनके आउट होने से टीम पर मुसीबत बढ़ जाए।' टीम के संयुक्त प्रयास के बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा कि वह अपने खिलाड़ियों को पूरा समर्थन देना चाहते हैं, लेकिन परिस्थिति के हिसाब से अतिरिक्त स्पिनर को मौका देना चाहते हैं। बकौल कोहली, 'हम जो भी मैच खेले उसे जीतना चाहते हैं, यह हमेशा हमारा लक्ष्य है। मुझे विश्वास है और अपने कौशल को देखते हुए लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद भी है। अगर वह हमें सूखा विकेट उपलब्ध कराते हैं तो फिर हम जडेजा की बल्लेबाजी के साथ तीस स्पिनरों को अपनाएंगे। फील्डिंग में भी हम अच्छे थे, साहा ने 6 कैच पकड़े। शिखर ने अच्छी बल्लेबाजी की। अश्विन शानदार रहे। एंटीगुआ की पिच को देखने के बाद पहला ख्याल तीन स्पिनरों को खिलाने का आया था, लेकिन हरी घास को देखते हुए तीन तेज गेंदबाजों को मौका देना सही लगा।'