वर्ष 2016 में जिस प्रकार विराट कोहली का बोलबाला रहा है, वैसा अन्य किसी खिलाड़ी का नहीं रहा। भारतीय कप्तान ने इस दौरान एबी डीविलियर्स, जो रूट, केन विलियमसन और डेविड वॉर्नर जैसे कुछ श्रेष्ठ क्रिकेटरों को पीछे छोड़ दिया। वर्तमान समय में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उन्हें श्रेष्ठ बल्लेबाज कहा जाने लगा है। अगर उनकी फॉर्म ऐसे ही रही, तो इस वर्ष भी गेंदबाजों के लिए मुश्किलें पैदा होने वाली है। सीमित ओवर प्रारूप में वे पहले और टेस्ट क्रिकेट में दूसरे पायदान पर हैं। कोहली की अगली बड़ी सीरीज घरेलू जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ने कुछ यादगार पल हमेशा दिये हैं। भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया की प्रतिस्पर्धा को एक नए आयाम तक ले जाने वाले पूर्व कंगारू कप्तान को लगता है कि भारत दौरे पर आने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम संघर्ष करेगी। पोंटिंग ने विराट कोहली को खतरनाक मानते हुए कंगारू टीम को उन्हें बाउंड्री मारकर स्कोर करने से रोकने की सलाह दी है। इस समय कोहली को उन्होंने दुनिया का श्रेष्ठ बल्लेबाज भी माना। गल्फ न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने कहा “वे अभी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, मुझे लगता है पिछले छह-सात महीनों में अलग स्तर पर पहुँच गए हैं।“ इसके अलावा उन्होंने कोहली के इंग्लैंड में खराब रिकॉर्ड का जिक्र भी किया। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि कोहली को समय के इस पड़ाव पर महान खिलाड़ी नहीं कहा जाना चाहिए। सचिन तेंदुलकर से उनकी तुलना करना जल्दबाज़ी होगी। बक़ौल पोंटिंग “उन्हें महान खिलाड़ियों में से एक कहना जल्दी होगी। मेरे ख्याल से हमने सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, कैलिस आदि महान खिलाड़ियों के बारे में बात की है। इन्होंने 120-130-200 टेस्ट मैच खेले हैं। विराट कोहली ने अभी इसका आधा सफर भी तय नहीं किया है।“ सचिन के बारे में उन्होंने कहा “सचिन ने लंबे समय तक खेले और 200 टेस्ट मैच खेलना बेहद अद्भुत बात है। उन्होंने उस दौरान सभी मानकों को बनाए रखा।“ गौरतलब है कि अपने समय में पोंटिंग ने भी शानदार खिलाड़ी होने की छाप छोड़ी है और उन्हें भी विश्व क्रिकेट के बड़े खिलाड़ियों में शूमार किया जाता है।