पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंदर सहवाग ने भारतीय कप्तान विराट कोहली का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी जैसी क्षमता वाला खिलाड़ी जानता है कि फॉर्म में कैसे वापसी करते हुए रन बनाना है। सहवाग ने कहा, 'हर खिलाड़ी का ख़राब समय आता है। अगर आप महान सचिन तेंदुलकर के करियर पर ध्यान देंगे तो पाएंगे कि उन्होंने हर साल एक जैसा खेल नहीं खेला। आपका मीडिया भी अपने प्रश्नों में बदलाव करता रहता है। जब समय बदलता है तो फॉर्म भी बदल जाता है। अच्छे खिलाड़ी की पहचान ख़राब फॉर्म से उबरना होती है और विराट को पता है कि कैसे ख़राब फॉर्म से उबरकर रन बनाना है।' सहवाग ने ऐसे समय में विराट का समर्थन किया है, जब चारों ओर उनकी आलोचना हो रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज और फिर आईपीएल में ख़राब प्रदर्शन के बाद विराट को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। सहवाग को इंग्लैंड में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के ख़िताब की रक्षा करने का पूरा भरोसा है। सहवाग चिंतित नहीं है कि आईपीएल के थकाऊ सीजन के बाद खिलाड़ी तरोताजा नहीं हो सकेंगे और इसका असर चैंपियंस ट्रॉफी में उनके खेल में नजर आएगा। इसके साथ ही वो विराट कोहली को लेकर आश्वस्त हैं कि वह दमदार वापसी करके खूब रन बनाएंगे। सहवाग ने मौजूदा आईपीएल में अपनी टीम किंग्स इलेवन पंजाब के प्लेऑफ में पहुंचने की संभावनाओं को भी ख़ारिज नहीं किया है और कहा कि उनकी टीम अगले स्तर तक जाएगी। हालांकि, सहवाग ने मजाकिया अंदाज में इस बात को भी स्वीकार किया कि उनकी टीम की प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें अन्य टीमों के प्रदर्शन पर भी निर्भर है। यह भी पढ़ें : विराट कोहली ने इस सीजन में कुछ भी खास नहीं किया : रिकी पोंटिंग याद हो कि मौजूदा आईपीएल में विराट कोहली के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का प्रदर्शन लचर रहा था। आरसीबी ने टूर्नामेंट में अब तक केवल दो जीत ही दर्ज की है। उनके बल्लेबाजों की त्रिमूर्ती एबी डीविलियर्स, क्रिस गेल और विराट कोहली समय पर प्रदर्शन नहीं कर सकी। कप्तान कोहली ने 9 मैचों में 27 से अधिक की औसत से केवल 250 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 64 रन रहा। कोहली ने भी स्वीकार किया था कि यह सीजन उनके लिए अच्छा नहीं रहा और कोई चीज योजना के मुताबिक नहीं हुई। हालांकि, विराट ने साथ ही स्वीकार किया कि जब चैंपियंस ट्रॉफी में वो भारतीय टीम के कप्तान बनकर मैदान संभालेंगे तो सभी निराशाओं को भूलकर नई शुरुआत करेंगे। सहवाग को भी कोहली की इस बात का अंदाजा है और इसलिए वो भारतीय कप्तान के समर्थन में उतरे। अब चैंपियंस ट्रॉफी में सभी की निगाहें भारतीय कप्तान पर टिकी होंगी कि वो कैसा प्रदर्शन करेंगे।