भारत और इंग्लैंड के बीच मोहाली में शुरू होने वाले सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच से पहले चर्चा का विषय पिच के बजाय बॉल टेंपरिंग बन गया है, जिसमें मेजबान टीम के कप्तान विराट कोहली पर राजकोट टेस्ट के दौरान कृतिम पदार्थ लगाकर गेंद को चमकाने का आरोप है। जब इस घटना के बारे में पूछा गया तो 28 वर्षीय विराट ने कहा कि वह इस बारे में नहीं सोच रहे हैं क्योंकि आईसीसी के किसी सदस्य ने उनसे संपर्क नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गेंद से छेड़छाड़ के आरोप इस सीरीज पर से उनकी टीम का ध्यान हटाने की कोशिश है। मोहाली टेस्ट से पहले पत्रकारों से रूबरू हुए विराट ने कहा, 'मेरे लिए आईसीसी के फैसले से ऊपर अख़बार का लेख मायने नहीं रखता। हम क्रिकेटर के रूप में सिर्फ इसकी इज्जत करते हैं। आरोप और संदेह? मैं अख़बार नहीं पढ़ता इसलिए इस बारे में कोई जानकारी नहीं। किसी ने मुझे इस घटना की जानकारी डी तो मैं हंस पड़ा। कुछ लोग सीरीज से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें शुभकामनाएं। मगर हम पूरी तरह केंद्रित है कि क्या करना है।' दाएं हाथ के बल्लेबाज ने आगे कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो यह सिर्फ सीरीज से ध्यान हटाने की कोशिश है। ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा हुआ जब दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज जीती। मैं हैरान हूं कि मुझे बताया गया कि यह मामला राजकोट का है, लेकिन विशाखापट्टनम टेस्ट तक इस बारे में कोई उल्लेख नहीं किया गया।' कोहली और उनकी टीम ने पिछले 15 टेस्ट से लगातार जीत दर्ज की है। इस बारे में बात करते हुए कप्तान ने कहा कि यह टीम के लिए चुनौती है कि सभी अच्छा प्रदर्शन करे। भारतीय टेस्ट कप्तान ने कहा, 'यह चुनौती है। चुनौती है कि एक जैसी दोहराई जाए जो टीम कुछ समय से कर रही है। यह ऐसी चीज है, जिसे हम जिम्मेदारी समझते हैं। हमारा लक्ष्य मैदान पर जाकर जीत दर्ज करने का होता है। हमें इस बारे में चौकन्ना रहने की जरुरत है कि हम किस तरह की तैयारी करेंगे।'