श्रीलंका के खिलाफ भारतीय वन-डे टीम से आराम दिए गए कप्तान विराट कोहली बीसीसीआई से टीम के सदस्यों के वेतन में वृद्धि करने की मांग कर सकते हैं खबरों के मुताबिक़ कोहली बीसीसीआई के सामने इस बात को उठा सकते हैं। इसमें कोहली का समर्थन महेंद्र सिंह धोनी भी कर सकते हैं।
बीसीसीआई के नजदीकी अधिकारी ने एएफपी से बातचीत करते हुए कहा कि हमेशा पारदर्शी बना रहना सही होता है और बोर्ड यही करता है। कोहली और खिलाड़ी अपने पॉइंट्स लेकर आने के लिए स्वतंत्र हैं और हम उनका स्वागत करेंगे।
इस सीजन के लिए बीसीसीआई ने अनुबंध जारी किया था जिसमें पिछले वर्ष के मुकाबले वार्षिक मूल्य को दोगुना किया गया था। इस समय 'A' ग्रेड वाले खिलाड़ियों के लिए 2 करोड़ रूपये सालाना है, इसमें सात खिलाड़ी शामिल हैं। इसके बाद 'B' ग्रेड में 1 करोड़ और अंतिम 'C' ग्रेड में 50 लाख रूपये एक खिलाड़ी को सालाना मिलता है। इसके अलावा खिलाड़ियों की मैच फीस में भी इजाफा किया गया था। इसमें टेस्ट क्रिकेट के लिए एक खिलाड़ी को 7 लाख से बढ़ाकर 15 लाख किया गया था। इसके अलावा सीमित ओवर क्रिकेट के लिए 2 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रूपये मैक फीस कर दी गई थी।
वेतन संरचना में बदलाव 2010 के बाद पहली बार हुआ था लेकिन कई खिलाड़ी इससे संतुष्ट नहीं हुए। उनका कहना है कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को इससे ज्यादा मैच फीस मिलती है। पिछला अनुबंध 30 सितम्बर को समाप्त हुआ है। स्टार इंडिया से डील के तहत बीसीसीआई को 2।5 बिलियन डॉलर प्राप्त हुए हैं इसलिए खिलाड़ी भी वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं।
लोढ़ा समिति की रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति के मुखिया विनोद राय इस मामले पर भारतीय कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री से बात कर सकते हैं। भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में मेजबान टीम 1-0 से आगे चल रही है।