4 क्षेत्रों में विराट कोहली को है सुधार की जरूरत

England v India: Specsavers 5th Test - Day Five

#4 डीआरएस

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वर्तमान में डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) क्रिकेट टीमों के लिए एक वरदान के तौर पर सामने आया है। डीआरएस के जरिए किसी डाउटफुल हालात में अंपायर के निर्णय को बदला जा सकता है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को डीआरएस लेने में महारत हासिल है। धोनी के जरिए सुझाए गए मौकों पर डीआरएस लेने से टीम को जरूर फायदा होता है।हालांकि विराट कोहली डीआरएस लेने के मामले में नाकाम देखे गए हैं। आंकड़े भी इस बात की गवाही देते हैं। 2016/17 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद से कोहली ने 93 मौकों पर डीआरएस लेते हुए अंपायर के फैसले को चुनौती देने का फैसला किया। इन 93 डीआरएस में से केवल 15 बार ही विराट को सफलता हासिल हुई. जबकि दस को अंपयार के फैसले पर ही बरकरार रखा गया और बाकि 68 बेकार गए। ऐसे में विराट कोहली को डीआरएस कॉल को लेकर सुधार करना चाहिए।

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लेखक: वैभव जोशी

अनुवादक: हिमांशु कोठारी

Edited by निशांत द्रविड़
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