भारतीय क्रिकेट टीम में अनिल कुंबले द्वारा हेड कोच पद से इस्तीफा देने के बाद खलबली मची है कि किस वजह से उन्होंने ऐसा फैसला लिया। कई संदेहों और साजिशों की चर्चाओं के बाद आख़िरकार भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कुंबले के इस्तीफे के बारे में अपने विचार रखे। वेस्टइंडीज के खिलाफ 23 जून को पांच मैचों की सीरीज के पहले वन-डे से पहले मीडिया से बातचीत में कोहली ने परिस्थिति को नियंत्रित करने के सही और गलत तरीके पर अपने विचार रखे। कोहली ने कहा, 'बिलकुल अनिल भाई ने अपने विचार प्रकट किए और बाहर होने का फैसला किया जिसकी हम इज्जत करते हैं। ये ऐसी चीज है जो टूर्नामेंट के बाद हुई। एक बात जरुर है कि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मैंने करीब 11 प्रेस कांफ्रेंस अटेंड की। हमने पिछले तीन-चार वर्षों में परंपरा बनाई है कि चेंज रूम में जो भी होगा, हम उसे वहीं तक सीमित रखेंगे।' भारतीय कप्तान ने आगे कहा, 'सीमित रखने वाली बात पर पूरी टीम का विश्वास है। हमारे लिए वो ऊंचे दर्जे की बात है। मैंने हमेशा इसकी इज्जत की है और हम इसे आगे भी बरक़रार रखेंगे। जैसा मैंने कहा, ये उनका विचार है जिसकी मैं इज्जत करता हूं। क्रिकेटर के रूप में मैं उनकी पूरी इज्जत करता हूं और उन्होंने देश के लिए जो उपलब्धि हासिल की है, उसकी कद्र करता हूं। जितने वर्ष उन्होंने खेला है, उनसे वो पक्ष कोई छीन नहीं सकता और हम सभी उनकी काफी इज्जत करते हैं।' यह भी पढ़ें : रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर कुंबले पद नहीं छोड़ते तो विराट कोहली दे देते इस्तीफा कोहली ने ड्रेसिंग रूम की जानकारी साझा नहीं की क्योंकि वो वहां की निजता को बरक़रार रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'जैसा कि मैंने पहले कहा, मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है ड्रेसिंग रूम की निजता को बरक़रार रखना और चेंज-रूम में जो भी हो उसे किसी को नहीं बताना। ये ऐसी चीज है कि सार्वजनिक मंच पर मैं विस्तृत रूप से व्यक्त नहीं कर सकता। जैसा कि मैंने कहा कि उनका दृष्टिकोण बाहर आ चुका है और हम उसकी इज्जत करते हैं।' कुंबले ने मंगलवार को भारतीय टीम के हेड कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। पिछले कुछ समय से कुंबले और भारतीय कप्तान विराट कोहली के बीच विवाद की स्थिति की ख़बरें जोर पकड़ी हुई हैं। कुंबले ने अपने इस्तीफे को सार्वजनिक करते हुए बताया कि कोहली उनकी कोचिंग स्टाइल से असहज हैं और दोनों के बीच की साझेदारी ठीक नहीं हो सकती।