उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कप्तान विराट कोहली को मिले पैसे को लेकर वे विवादों से घिर सकते हैं। सूचना का अधिकार कानून के तहत सामने आया है कि उत्तराखंड सरकार ने 2013 में केदारनाथ में आए जलजले में मारे गए परिजनों के लिए जारी फंड से कोहली को पर्यटन प्रमोशन के लिए भुगतान किया था। जून 2015 में हुए इस भुगतान के लिए भारतीय कप्तान को 47.19 लाख रूपये का भुगतान हुआ है। कोहली को इस राशि के बारे में मालूम नहीं होगा, इससे उनके और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच रिश्तों में खटास भी आ सकती है। यह राशि मैसर्स कैलाश एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के जरिये भुगतान की गई थी, जो प्रसिद्द गायक कैलाश खैर की फर्म है। उल्लेखनीय है कि विराट कोहली को उत्तराखंड सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड एम्बेसडर बनाया हुआ है। भारतीय कप्तान के मैनेजर बंटी सजदेह ने कहा है कि उस समय किसी प्रकार का फाइनेंसियल लेन-देन नहीं हुआ था। जैसा भी है, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से कहा कि पर्यटन राज्य अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए इसे बढ़ावा देने के लिए देश के किसी नामी चेहरे को चयनित किया जाता है, तो कुछ गलत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे आरोप आधारहीन हैं तथा सब चीजों का क्रियान्वयन लीगल रूप से हुआ है। उनके अनुसार यह विपक्ष का चुनावी प्रचार का साधन है। यह भी पढ़ें : पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विराट कोहली और अनुष्का शर्मा पहुंचे उत्तराखंड कोहली को इस प्रदेश का ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाने के बाद वे दिसंबर 2016 में इसके प्रमोशन के लिए उत्तराखंड भी गए थे। इस दौरान अनुष्का शर्मा भी उनके साथ थी। यह मामला अजेन्द्र यादव नामक शख्स द्वारा सूचना का कानून अधिकार के तहत लगाए गए प्रार्थना पत्र के बाद सामने आया है। इसमें कोहली को उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा देने वाले वीडियो के लिए भुगतान करना बताया गया है। RTI यह भी साफ़ करती है कि रूद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से हरी झंडी मिलने के बाद ही भुगतान किया है। यह पूरी प्रक्रिया ई-मेल के जरिये अंजाम तक पहुंचाई गई।