कोहली ने इस साल लीग में 15 मैचो में चार बार नाबाद रहते हुए 919 रन बनाए हैं। इससे पहले कोई बल्लेबाज लीग के किसी एक संस्करण में 850 से अधिक रन नहीं बना सका था लेकिन कोहली ने उस मील के पत्थर को पार किया और 900 रनों का एक नया मील का पत्थर स्थापित किया, जिसे पार पाना 'शायद' की किसी के बस में हो। कम से कम लीग के इस संस्करण में तो अब उनसे आगे कोई नहीं निकल सकता। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान कोहली के सामने अब 1000 रन पूरे करने की चुनौती है। पहले क्वालीफायह में वह गुजरात लायंस के खिलाफ शून्य पर आउट हो गए थे। इससे उनके इस लक्ष्य तक पहुंचने में दिक्कत हो सकती है लेकिन फाइनल मुकाबले में वह 81 रनों की पारी के साथ यह मील का पत्थर स्थापित कर सकते हैं। यह हो सकता है क्योंकि कोहली अपने खेल जीवन के श्रेष्ठ फार्म में हैं। कोहली के बाद जिस खिलाड़ी ने सबसे अधिक रन बनाने हैं, वह सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर हैं, जिन्होंने 686 रन बनाए हैं। इसके बाद कोहली के ही साथी अब्राहम डिविलियर्स ने 682 रन बनाए हैं। दोनों के कोहली के 919 रनों तक पहुंचना असम्भव है। जहां तक अर्धशतकों और शतकों की बात है तो उसमें भी कोहली ने किसी एक संस्करण के लिहाज से नया अध्याय लिखा है। वह अब तक छह अर्धशतक और चार शतक लगा चुके हैं। वह आईपीएल के इतिहास में किसी एक संस्करण में सबसे अधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। कोहली के अलावा डिविलियर्स, दिल्ली के क्विंटन डी काक और राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के स्टीवन स्मिथ ही इस संस्करण में शतक लगा सके हैं। वार्नर ने इस साल सात अर्धशतक लगाए हैं। इस मामले में वह कोहली से आगे हैं। डिविलियर्स और पुणे के अजिंक्य रहाणे ने भी छह-छह अर्धशतक लगाए हैं। जहां तक छक्कों की बात है तो डिविलियर्स ने इस साल सबसे अधिक 37 छक्के लगाए हैं। कोहली 36 छक्कों के साथ दूसरे क्रम पर हैं लेकिन 78 चौकों के साथ कोहली इस सूची में सबसे आगे हैं। अब देखने वाली बात यह है कि कोहली फाइनल मुकाबले (विपक्षी टीम का फैसला हैदराबाद और गुजरात के बीत शुक्रवार को होने वाले दूसरे क्वालीफायर मैच से होगा) में कितना रन बटोर बाते हैं। उनकी नजर जाहिर तौर पर व्यक्तिगत 1000 के आंकड़े पर होगी। --आईएएनएस