भारतीय क्रिकेट टीम की फिटनेस का स्तर पिछले कुछ वर्षों में बहुत शानदार रहा है, जहां खिलाड़ी मैदान में अभ्यास के साथ-साथ जिम में भी कसरत करते दिखाई देते हैं, वहीँ विराट कोहली ने पिछले कुछ समय में अपनी फिटनेस में जमकर सुधार किया है, जिसकी बदौलत वह वर्तमान में दुनिया के सबसे चुस्त खिलाड़ियों में से एक हैं। कोहली के अलावा टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ियों ने भी अपनी फिटनेस पर बखूबी ध्यान दिया है। मौजूदा भारतीय टीम क्रिकेट इतिहास की सबसे फिट और तंदरुस्त टीम है, जिसका नेतृत्व विराट कोहली के हाथों में है। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने फिटनेस को ध्यान में रखते हुए, पेय पदार्थ कंपनी पेप्सिको के साथ 6 साल के करार को आगे जारी नहीं रखने का मन बना बनाया है। कम्पनी ने कोहली को ब्रांड एम्बेसडर बनाने की भी बात रखी है, लेकिन कोहली ने अपनी फिटनेस का कारण बताते हुए अपने फैसले पर रहना सही समझा है। विराट कोहली ने CNN-IBN के हवाले से कहा, "अगर मैं इस तरह की चीजों से दूर रहूंगा, तब मैं चाहूँगा कि बाकी लोग भी इससे दूर ही रहें, मैंने जबसे अपनी फिटनेस पर ध्यान देना शुरू किया है, तब से मैंने बहुत सारी चीजों से दूरी बनाई है। मैं अपने जीने के तरीके को भी बदल चुका हूं। फिटनेस को नुकसान पहुँचाने वाली इन चीज़ों को मैं अपने से दूर रखना चाहता हूं।" 28 वर्षीय स्टार बल्लेबाज़ का पेप्सिको के साथ 30 अप्रैल को करार समाप्त हो गया था। आपको बता दें कि पेप्सिको दुनिया भर में कोल्ड ड्रिंक्स और स्नैक्स बनाने का काम करती है। पेप्सिको में पाया जाने वाला मिश्रित पेय पदार्थ अधिक मात्रा में मीठा होता है, जो शरीर के लिए काफी हानिकारक माना जाता है, जहां इस तरह के पेय पदार्थों का सेवन करने से खिलाड़ियों की फिटनेस पर गहरा असर पड़ता है, जिसके बाद विराट कोहली ने इस कंपनी से आगे नहीं जुड़ने का मन बना लिया है। विराट कोहली के इस अहम कदम से झूठे दिखाए जाने वाले विज्ञापनों पर असर पड़ेगा और उनके फैंस भी इस पर सोच विचार करेंगे। यह फैसला कोहली की परिपक्वता को दर्शता है और उनके फैन्स के प्रति अटूट विश्वास को झलकता है।