भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने अपने लगातार दोहरे शतकों का राज बताया है, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने लगातार दोहरे शतकों के पीछे प्रेरणा की वजह बताई है। बीसीसीआई डॉट टीवी पर चेतेश्वर पुजारा से बातचीत के दौरान कोहली ने कहा कि उन्हें पुजारा से ही दोहरे शतक जड़ने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि उन्हें पुजारा से एकाग्रचित्त होकर खेलने और संयम नहीं खोने की सीख मिली। उन्होंने कहा कि दोहरा शतक लगाकर काफी अच्छा लगता है। मैं हमेशा से ही बड़े शतक लगाने के बारे में सोचता था और मैंने आपको (पुजारा) अपने करियर में कई सारे बड़े शतक लगाते हुए देखा है। इसके बाद मैंने सीखा कि कैसे लंबे समय तक एकाग्र होकर बल्लेबाजी की जाए। कोहली ने कहा कि हम सबने पुजारा की लंबी पारियों से ही बड़ी-बड़ी पारियां खेलना सीखा। उनकी संयमित बल्लेबाजी और लगातार खेलते रहने की कला से हमने भी काफी कुछ सीखा। इसलिए जितना ज्यादा हो सके लंबे समय तक बल्लेबाजी करने के लिए मुझे उस चीज से काफी प्रेरणा मिली। कोहली ने कहा कि अब मैं केवल यही सोचता हूं कि टीम के लिए कितनी ज्यादा देर तक मैं बल्लेबाजी कर सकता हूं। जब आप परिस्थितियों के हिसाब से खेलते हैं और रन बनाते हैं तो फिर आपको थकान या फिर और कोई चीज महसूस नहीं होता है। गौरतलब है विराट कोहली अब तक 6 दोहरे शतक लगा चुके हैं। श्रीलंका के खिलाफ इसी टेस्ट श्रृंखला में वो लगातार दो दोहरे शतक जड़ चुके हैं। शुरुआती दिनों में कोहली का टेस्ट करियर इतना अच्छा नहीं था, उन्होंने अपने पहले 41 टेस्ट मैचों में सिर्फ 2994 रन बनाए थे और इस दौरान उनका औसत 44.02 था। जबकि उनका बेस्ट स्कोर 169 रन था। लेकिन पिछले कुछ सालों में कप्तानी मिलने के बाद उनके खेल में गजब का बदलाव आया है और टेस्ट क्रिकेट में वो लगातार नई बुलंदियों को छू रहे हैं। अब टेस्ट क्रिकेट में उनका उच्चतम स्कोर 243 रन है।